कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद देशभर में इसका विरोध जारी है। राजधानी भोपाल में भी पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर एम्स के बाद अब हमीदिया अस्पताल के डॉक्टर भी गुरुवार रात 12 बजे से हड़ताल पर चले गए हैं। जूडा के प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने बताया कि यह हड़ताल प्रदेश स्तरीय है। इसमें प्रदेशभर से करीब 3 हजार डॉक्टर शामिल हो रहे हैं।
इधर, हड़ताल से निपटने के लिए भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. एन सिंह ने सभी डॉक्टर्स की छुटि्टयां निरस्त कर दी है। हमीदिया में रोजाना एक हजार से अधिक मरीजों की ओपीडी रहती है। जूडा ने कहा कि गुरुवार रात 12 बजे से 250 से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है। जीएसमी के डीन ने मेडिकल टीचर्स को इमरजेंसी, ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, वार्ड में तैनात करने के निर्देश सभी डिपार्टमेंट के प्रमुखों को दिए हैं। आदेश में जरूरत पड़ने पर मेडिकल इंटर्न को भी तैनात करने के लिए कहा है। साथ ही सभी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स से आदेश पर हुए अमल की रिपोर्ट भी मांगी है।
जूडा प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने बताया कि सेंट्रल डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की जा रही है। इसे लेकर जीएमसी डीन को हड़ताल संबंधी लेटर दिया है। हड़ताल के दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं दी जाएगी। जबकि रुटीन और ओपीडी में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल रहेगी।