डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज थाना क्षेत्र के हल्लौर गांव में पत्रकार असगर जमील के घर हुई सनसनीखेज चोरी की घटना को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन डुमरियागंज पुलिस के हाथ अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। 10/11 अक्टूबर की रात हुई इस चोरी में चोरों ने चैनल का ताला तोड़कर करीब 25 हजार रुपये नगद समेत लगभग साढ़े चार लाख रुपये कीमत के जेवरात चुरा लिए थे।
पत्रकार असगर जमील द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, 10/11 अक्टूबर की रात परिवार के सभी सदस्य खाना खाकर सो गए थे। शनिवार को सुबह करीब छह बजे जागने पर उन्होंने देखा कि चैनल का ताला टूटा पड़ा है और दरवाजा खुला है। कमरे में जाकर देखने पर कपाट का दरवाजा खुला और सामान बिखरा पड़ा मिला। चोरों ने कपाट में रखे दो नेकलेस, बाली, झाला, अंगूठी, छह पायल, चांदी के सिक्के और लगभग 25 हजार नगदी समेत कुल करीब पाँच लाख रुपये के जेवरात और नगदी चुरा लिए थे।डुमरियागंज पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध धारा 380 और 457 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया था।
थाना अध्यक्ष श्री प्रकाश यादव ने शीघ्र पर्दाफाश का आश्वासन भी दिया था, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। संदिग्धों से पूछताछ तक नहीं पुलिस की धीमी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, खासकर तब जब पत्रकार ने अपनी तहरीर में कुछ लोगों पर आशंका जाहिर की थी और कुछ संदिग्ध नंबरों की जानकारी भी दी थी। सूत्रों के मुताबिक, एक व्यक्ति ने चोरी की घटना पर फेसबुक पर खुशी व्यक्त की थी। पुलिस के अनुसार वह मुंबई में है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह घर पर ही घूम रहा है।
आरोप है कि पुलिस ने उससे पूछताछ करने की जहमत तक नहीं उठाई। वहीं एक कलमकार के घर हुई चोरी का पर्दाफाश न हो पाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है, जिससे स्थानीय पत्रकारों में भी आक्रोश व्याप्त है।इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक डुमरियागंज श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि अज्ञात चोरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और लगातार काम किया जा रहा है, शीघ्र पर्दाफाश होगा।वहीं, पुलिस क्षेत्र अधिकारी बृजेश कुमार वर्मा ने कहा कि पुलिस की टीम लगातार लगी हुई है और शीघ्र घटना का पर्दाफाश होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि “किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी और असली चोर को पकड़ा जाएगा।अन्य घटनाओं से तुलना, 24 घंटे में हो सकता है पर्दाफाश हालांकि पुलिस अधिकारी जल्द कार्रवाई का दावा कर रहे हैं और समय लगने की बात कह रहे हैं, लेकिन जिले में अन्य घटनाओं के उदाहरण मौजूद हैं। जैसे कि मुहाना थाना में 24 घंटे के अंदर चोरी की घटना का पर्दाफाश किया गया था। ऐसी स्थिति में एक पत्रकार के घर की चोरी का तीन दिन बाद भी पर्दाफाश न होना पुलिस के दावों पर सवाल खड़े करता है।





