सतरिख बाराबंकी।‘जन-जन की जबान पर जब ‘जयगुरुदेव’ आयेगा। सच्ची स्वतन्त्रता का तब आनन्द पायेगा। मानव जीवन है अनमोल। सत्गुरु मिलें भेद दें खोल।।’’ नशा त्याग, शाकाहार अपनायें। मां बहनों की लाज बचायें।।’’ संदेशों को देते हुये जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के अध्यक्ष संत पंकज महाराज अपनी 57 दिवसीय जनजागरण यात्रा के साथ विकास खण्ड हरख के ग्राम सहेलिया पधारे।
आज यहाँ सत्संग सभा में अनमोल मानव शरीर की महिमा पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने ‘यह तन तुमने दुर्लभ पाया। कोटि जन्म जब भटका खाया’’ पंक्तियों को उद्धृत करते हुये कहा करोड़ो जन्मों में भटकने के बाद यह अनमोल मानव तन सबको मिला है अब इसे बेकार के कामों में बर्बाद न करें। लोक-परलोक दोनों बनाने का काम करें। बुरे कर्मों को करने वाले स्त्री, पुरुषों को नर्कों में मिल रही कठोर यातनाओं के भयानक दृश्य को देखकर सन्त महात्मा जब साधना करके अन्य मण्डलों में देखते हैं तो द्रवित हो जाते हैं और जीवों को सावधान करते हैं तथा उन्हें बचाने का काम करते हैं।
आत्मा परमात्मा के गूढ़ रहस्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा ईश्वर की अंश जीवात्मा दोनों आंखों के मध्य भाग में विराजमान है। प्रभु की परा सृष्टि को देखने की एक आंख है जिसे दिव्य दृष्टि, तीसरा नेत्र तथा ऊपरी मण्डलों से आ रही आकाशवाणियों को सुनने का दिव्य कान (तीसरा कान) है। जब बताई गई विधि से साधना करेंगे तो आप का भी तीसरा कान, तीसरी आंख खुल जायेगी। आप त्रिकालदर्शी हो जायेंगे। मानव जीवन पाना सार्थक हो जायेगा।
जयगुरुदेव समय का सिद्ध और जागृत नाम है जिसे हमारे गुरु बाबा जयगुरुदेव जी जगा कर गये हैं। जो जीव इस नाम जहाज पर बैठ जायेंगे उन सबको यह पार कर देगा। मृत्यु के समय याद करने पर पीड़ा कम होगी। संस्थाध्यक्ष ने शाकाहार को सुखद आहार बताते हुये कहा मानव शाकाहारी प्राणी है। सन्त कबीर साहब के वचन हैं कि ‘‘तिल भर मच्छी खाइकै, कोटि गऊ दे दान। काशी करवट ले मरै तो भी नर्क निदान।।’’ लोग अपने द्वारा बनाये गये मन्दिर में सफाई रखते हैं लेकिन भगवान के बनाये मन्दिर में मांस के लोथड़े डालते हैं, शराब के कतरे डालते हैं इसकी सख्त सजा मिलेगी। सुखी और सम्पन्न जीवन के लिये शाकाहारी रहें, शाकाहारी बनें। लोक-परलोक दोनों बिगाड़ने वाली शराब को त्यागें। आगामी 17 से 21 मई तक पंाच दिवसीय बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के पावन वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला में पधार कर दया, दुआ, आशीर्वाद प्राप्त करें। शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। इस अवसर पर हरिनाम सिंह यादव, रामचन्द्र यादव, बिहारी लाल, जयसिंह यादव, वीरेन्द्र पाल सिंह, राम प्रताप यादव आदि सहित संस्था के कई पदाधिकारी व प्रबन्ध समिति के सदस्य मौजूद रहे।