इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देशवासियों को ‘ईद मुबारक’ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उनके लिए सबसे दर्दनाक ईद है, क्योंकि लगभग 10 हजार पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक जेल में बंद हैं। शांतिपूर्वक विरोध करने के अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। देशभर में गुरुवार को कुर्बानी का त्योहार मनाया गया।
इमरान खान ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, “मेरे पाकिस्तानियों को ईद मुबारक। यह मेरे लिए सबसे दर्दनाक ईद है। हमारे लगभग 10,000 कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जेल में डाल दिया गया है और शांतिपूर्ण विरोध करने के अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।” पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख ने आगे कहा,
महिला नेताओं डॉ. यास्मीन राशिद और आलिया हमजा सहित हमारे बहादुर नेता जेल में हैं और पीटीआई छोड़ने से इनकार कर रहे हैं। हमारे 16 कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई और 8 अन्य के मारे जाने की आशंका है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती, क्योंकि पुलिस के डर से रिश्तेदार भूमिगत हो गए हैं। 50 अन्य को गोली लगी।
इमरान ने कहा कि निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों द्वारा अत्यधिक बल के इस्तेमाल का कोई जिक्र नहीं है और यह पता लगाने के लिए कोई स्वतंत्र जांच नहीं की गई है कि नौ मई को वास्तव में क्या हुआ था। उन्होंने कहा, ”पार्टी से जुड़े किसी भी व्यक्ति पर आतंक का राज कायम कर दिया गया है, जिसका एकमात्र उद्देश्य चुनाव से पहले इसे खत्म करना है।”
पीटीआई प्रमुख ने कहा, “पीटीआई और देश इस अंधेरे दौर से और अधिक मजबूती से बाहर निकलेंगे। इसके अलावा, मीडिया पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है और इस फासीवादी सरकार के सभी आलोचकों को इसके क्रोध का सामना करना पड़ रहा है।”
इमरान ने कहा कि पाकिस्तानी पत्रकार इमरान रियाज़ खान का अपहरण कर लिया गया है और अब 40 दिनों से अधिक समय से उनका कोई अता-पता नहीं है और हमारे पांच सम्मानित पत्रकार जिन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा है, हम उन्हें भी इस ईद पर याद करते हैं।
हाल ही में इमरान खान ने कहा था कि शहबाज शरीफ सरकार ने देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अप्रासंगिक बना दिया है और इसका लोकतंत्र, कानून का शासन और संपूर्ण आर्थिक और संस्थागत ढांचा ढह रहा है। पीटीआई प्रमुख भारत-अमेरिका के संयुक्त बयान का जिक्र कर रहे थे, जिसमें पाकिस्तान को भारत में सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला बताया गया था।
बयान में कहा गया है कि अमेरिका और भारत वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े हैं और सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अल-कायदा, आईएसआईएस/दाएश, लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिज्ब-उल- मुजाहिदीन सहित सभी संयुक्त राष्ट्र-सूचीबद्ध आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराया।