अवैध रूप से चल रहे बालू से भरे हाइवा ट्रकों व डंफरों के खिलाफ हुई बड़ी कार्यवाही से मचा हड़कंप

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अवधनामा संवाददाता

 

कार्यावही में 9 ट्रकों के काटे चालान, 7 को किया गया सीज कर किये पुलिस के हवाले
वाहनों के नम्बर प्लेटों को डिस्टर्ब कर अवैध रूप से किया जा रहा था परिवहन

ललितपुर। जनपद में धड़ल्ले से अवैध रूप से बालू का कार्य चल रहा है जिस पर लगाम लगाना शासन प्रशासन के बस में नजर नहीं आ रहा है। जबकि अबैध बालू और परिवहन के सम्बंध में जारी किए गए शासन के निर्देशों आदेशों का पालन करवाने में जनपद का खनन विभाग और आरटीओ विभाग अक्षम नजर आ रहा है और जनपद में धड़ल्ले से रोजाना सैकड़ों ट्रक बालू का परिवहन कर उसे बेची जा रही है। हालांकि एआरटीओ विभाग को बालू वाहन संचालकों द्वारा अपने वाहनों की नंबर प्लेटों में परिवर्तन कर उनके साथ छेड़छाड़ कर अवैध रूप से बालू का परिवहन करने की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद खनन विभाग और एआरटीओ विभाग हरकत में आया जिसके बाद दोनों ने संयुक्त रूप से छापेमारी की और करीब 16 वाहनों को पकड़ लिया, जिसमें से 9 ट्रकों के चालान किये गए और 7 को पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस संयुक्त कार्यवाही में हाइवे से सटे इलाके से बालू से भरे वाहनों को पकड़कर मंडी चौकी के हवाले कर दिया और मामले की पुष्टि एआरटीओ एस एल गौड़ ने की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में अवैध रूप से बालू का परिवहन करने की सूचना एआरटीओ को मिल रही थी। इसके साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारियों को यह भी सूचना थी कि जो बालू के अवैध ट्रक जनपद आते हैं उन पर लगी हुई नंबर प्लेटों में भी हेराफेरी कर ली जाती है, ताकि कोई उन्हें चिन्हित ना कर सके और उनका चालान ना हो सके। इसके साथ ही अबैध खनन व ओवरलोडिंग की भी शिकायत थी। जिसके परिणाम स्वरूप खनन अधिकारी शशांक शर्मा और एसरटीओ एसएल गौड़ ने एक रणनीति बनाई और रणनीति के तहत बुधवार को सुबह सुबह हाइवे से सटे इलाके मन्नुपम्प और गल्ला मंडी इलाके में पुलिस के साथ छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया जिसमें बालू से भरे 16 गाड़ियां पकड़ी गई। छापामार कार्यवाही के कारण वहां पर हड़कंप जैसी स्थिति देखी गई और ट्रक चालक और उसका स्टाफ को छोड़कर भागने लगे। हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें दबोच लिया। जिसके बाद जब एआरटीओ और खनन अधिकारी ने बालू और गाड़ियों के संबंध में प्रपत्र मांगे तो किसी के पास भी सम्पूर्ण प्रपत्र पूरे नहीं पाए गए । इसके साथ ही जब गाड़ियों की जांच की गई तो लगभग आधे से अधिक की नंबर प्लेटों में कुछ हेराफेरी की गई थी। कई गाड़ियों की नंबर प्लेट बदली गई थी और कई गाड़ियों की नंबर प्लेट पर कीचड़ गिरीश आदि लगाकर उन्हें ऐसा कर दिया था कि वह स्पष्ट रूप से पढ़ी ना जा सके। जिसके बाद अधिकारियों ने 9 ट्रकों का मौके पर ही चालान कर दिया और नंबर प्लेटों में गड़बड़ी करने वाले 7 ट्रकों को सदर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया।
हालांकि जनपद में बालू का व्यापार बड़े पैमाने पर सालों से किया जा रहा है जबकि खनन विभाग और एआरटीओ विभाग की यह पहली कार्यवाही ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। ऐसा नहीं है कि इस अवैध रूप से अबैध बालू परिवहन की जानकारी खनन विभाग या परिवहन विभाग को नहीं है, लेकिन कोई भी अधिकारी इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाना चाहता। चर्चा तो यहां तक है कि ऊपर से पड़े दबाव के कारण वक्त कार्यवाही की गई।

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