अवधनामा संवाददाता
माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर 31 मई तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है
अतरौलिया /आज़मगढ़। (Atraulia / Azamgarh) ग्राए पुनर्निर्माण संस्थान बढ़या बिलारी द्वारा माहवारी स्वच्छता प्रबंधन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे बताया गया कि माहवारी शर्म नहीं खुशी की बात है, केवल मर्दवादी विचार धारा बेकार है, जबकि माहवारी ही सृष्टि का आधार है। समुदाय स्तर पर माहवारी को लेकर जितनी चुप्पी है उतना ही भ्रान्ति है और भ्रान्ति के कारण महिलाओं/किशोरियों के साथ भेदभाव किया जाता है, जिससे पूर्ण रूप से पोषण न मिलने से उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है। हम पुरुषों को भाई, पिता, पति, मित्र, नाना, काका, बेटा होने के नाते अपने घर से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए उपयुक्त व्यवस्था करने एवं इस लॉकडाउन के दौरान घर में सेनेटरी नैपकिन पैड की उपलब्धता कराना एक जिम्मेदारी है। माहवारी के दौरान किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे तथा घर के कामों में भी भागीदारी से महिलाओं किशोरियों को थोड़ा आराम के लिए आगे आएंगे तभी बदलाव होगा। समुदाय में महिलाओं किशोरियों के साथ साथ लड़कों और पुरुषों के साथ सघन रूप से माहवारी को लेकर अभी जागरूकता की आवश्यकता है। जिससे महावारी संबंधित चुप्पी टूटेगी और भ्रांतियां दूर हो तभी लड़कियां महिलाएं अपने आप को स्वतंत्र एवं सशक्त महसूस कर पाएंगी। ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा अतरौलिया व अहरौला की किशोरियों के बीच मे माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर 24 मई से 31 मई तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत दीवाल लेखन स्लोगन/पोस्टर बनाने व चर्चा करने का कार्य किया जा रहा है इसी क्रम में आज एक ऑनलाईन चर्चा का आयोजन सहयोग लखनऊ के द्वारा किया गया। जिसमें आजमगढ़ जिले की 30 किशोरियों ने भाग लिया तथा उनके सवालों का जवाब डॉ0 सुजाता नोडल अधिकारी एवं ममता जी काउंसलर लखनऊ ने दिया। माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर इस तरह की ऑनलाईन चर्चा में किशोरियां काफी उत्साहित थी।
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