Thursday, August 28, 2025
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बौद्ध धम्म में जातिभेद, ऊंच-नीच और अवैज्ञानिक मान्यताओं को कोई स्थान नहीं

अप्प दीपो भव के साथ गौतम बुद्ध ने दिए मध्यम् मार्ग के संदेश

रामगढ़ में निर्वाण प्राप्त बुग्गी देवी की स्मृति में हुई श्रद्धांजलि सभा, बौद्ध धम्म की शिक्षाओं पर संवाद हुआ,पालि भाषा सीखने और बौद्ध ग्रंथों के अध्ययन पर जोर

सोमवार को रामगढ़ में निर्वाण प्राप्त बुग्गा देवी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बौद्ध धम्म की शिक्षाओं पर संवाद हुआ।

कार्यक्रम के दौरान सभी नव बौद्धों से भारत की जनगणना के दौरान गणना कार्मिकों को विवरण नोट कराते समय धर्म के कालम में बौद्ध लिखवाने के संदेश दिए गए।

बौद्धाचार्य संजय कुमार शास्त्री और राम प्रताप ने बौद्ध धम्म के सिद्धांतों की जानकारी देने के साथ पंचशील की व्याख्या की और सभी उपासक,उपासिकाओं को पंचशील के अनुरूप आचरण करने और बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रेरित किया।

सामाजिक चिंतक डॉ सुनील दत्त ने कहा कि धम्म वही सद्धधम्म है जो मानव,मानव में समानता की बात करता है। बौद्ध धर्म में जातिभेद, ऊंच-नीच और अवैज्ञानिक मान्यताओं को कोई स्थान नहीं।

बाबा साहब डॉ अम्बेडकर ने 14अक्टूबर 1956को बाईस प्रतिज्ञाओं के साथ बौद्ध धम्म ग्रहण किया था और अपने सभी अनुयायियों को इसका पालन करने का संदेश दिया था।

बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती ने बौद्ध धम्म में पनप रहे नव पुरोहितवाद और जातीय जटिलता की तरफ लोगों का ध्यान आकृष्ट किया और कहा कि बौद्ध धम्म वैज्ञानिक धम्म है।यह तर्क और तथ्य के सिद्धांत पर आधारित है। सम्यक सम्बुद्ध गौतम बुद्ध ने स्वयं को कभी भी ईश्वर नहीं कहा। उन्होंने अप्प दीपो भव के सूत्र वाक्य पर अमल करते हुए मध्यम मार्ग का संदेश दिया।

केन्द्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से हाल ही में आयोजित पालि एवं बौद्ध विद्या विशिष्ट व्याख्यानमाला के बारे में जानकारी दी और लोगों को बौद्ध ग्रन्थों के अध्ययन के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि जब तक पालि भाषा का सही ज्ञान नहीं होता ,हम बौद्ध ग्रंथों को ठीक से नहीं समझ सकते हैं। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ने आनलाइन पालि पाठ्यक्रम शुरू किया है। भारत ही नहीं दुनिया के बौद्ध विद्वान सातवीं बौद्ध संगीति का आयोजन भारत में करने की तैयारी कर रहे हैं।

दुनिया के बौद्ध राष्ट्रों की ओर से भगवान बुद्ध का जितना सम्मान किया जाता है, उतना भारत में नहीं। बौद्ध राष्ट्रों के निवासी भारत की तरफ पैर करके नहीं सोते हैं।

रामप्रसाद,बुद्धिराम,झुरही,राम सुख , जिया लाल और सजन लाल ने बौद्धाचार्यों और अतिथियों का स्वागत सम्मान किया।

शिव‌ प्रताप इंटर कालेज के उप प्राचार्य संजय कुमार राव, भीमसेन इंटर कालेज बड़गांव के कला प्रवक्ता राजेश अकेला, अम्बेडकर सेवा समिति के महामंत्री राम चन्द्र, श्याम लाल, रमेश कुमार कोरी,हीरालाल, बसपा के विधानसभा कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार कोरी, ललित कुमार, त्रिभुवन दत्त, डॉ सुरेश राव,राम शिरोमणि, सुनील कुमार, मथुरा प्रसाद , श्याम कुमार आदि मौजूद रहे।

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