अवधनामा संवाददाता
तिलहर/शाहजहाँपुर इसे विडम्बना ही कहा जा सकता है कि नगर में आबादी के बीच लगे कूड़े के ढ़ेरो को आग से जलाकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है और साथ ही नगर पालिका के सभागार में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 कार्यशाला एंव क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन एसडीएम की अध्यक्षता में चल रहा है! नगर तिलहर को स्वच्छ रखने हेतु पालिका प्रशासन का सफाई अनुभाग नगर की गन्दगी नगर से बाहर निकाल कर इन 8 वर्षो में भी कम्पोस्ट करने में पूरी तरह सफल नही हो सका!
भारत सरकार की सबसे अहम योजना स्वच्छ भारत मिशन के रूप में नगर, महानग़र ही नही बल्कि ग्रामीण क्षेत्रो को युद्ध स्तर पर स्वच्छ और सन्दर रखने की इस योजना पर करोड़ो रुपया खर्च कर दिया गया! जनजारुकता करने के उद्देश्य से बैनर पोस्टर और महंगे होर्डिग्स लगा कर, रैलिया निकाल कर स्वच्छता के प्रति जनता को जमकर जागरुक किया गया! जनता जनार्दन पूरी तरह नही तो 80 फीसद जागरुक नज़र आने लगी जिससे कहा जा सकता है कि सही मायने में इसका रिजल्ट अच्छा आया परन्तु जहाँ नागरिक जागरुक हो गया तो वहीं स्वच्छता से सम्बन्धित विभाग पूरी तरह सुस्त और लापरवाह नज़र आने लगा!
बड़ी विडम्बना का विषय कहा जा सकता है कि स्वच्छता मिशन के नाम पर नगर को स्वच्छ रखने के लिए पालिका प्रशासन प्रतिवर्ष सरकार के खज़ाने करोड़ो रुपया खर्च करता आ रहा है लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि नगर का कूड़ा कचरा ढ़ेरो के रूप में तहसील रोड स्थित सामुदायिक भवन के सामने स्वच्छता के साथ ही शासन प्रशासन का मुंह चिड़ा रहा है! उम्मरपुर रोड स्थित मौलागंज में सरकारी राईस मिल तो जैसे डम्पिंग स्टेशन का रूप धारण करता दिखाई पड़ रहा है! नालो में गाद और गन्दिगी भरी रहने से गन्दा पानी भरा हुआ मच्छरो का कैंप बन गया! यह सब आम नागरिको से ही नही बल्कि तिलहर मुख्यालय आने वाले लगभग समस्त जिलाधिकारियों के संज्ञान में न हो ऐसा मुमकिन नही परन्तु सब जानकारी होने के बाद भी इस मामले में प्रशासन की सुस्ती तिलहर नगर से सौतेला व्यवहार की नज़र आती है!