पुलिस की सक्रियता से ठंड का शिकार होने से बचा युवक

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गोरखपुर । सरकारी घोषणाओं और योजनाओं के सहारे चलने वाले और गाहे-बगाहे सरकारी मंशा पर उंगली उठाने और टिप्पणी करने वाले समाज से वह तस्वीर निकल कर सामने आयी जिसने समाज के संवेदनहीन चेहरे को एक बार फिर बेनक़ाब कर दिया।
रविवार को इंसानी रगों में खून जमा देने वाली सुबह की ठंड के बीच रेती रोड पर एक पतले कम्बलनुमा कपड़े के नीचे एक व्यक्ति सड़क पर अचेत अवस्था में घंटो पड़ा रहा और उसके आसपास से सैकड़ों लोग गुजरते रहे, लेकिन किसी ने यह जानने की कोशिश नही किया कि वह व्यक्ति जीवित भी है या फिर हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड उसे अपना निवाला बना लिया।
वहां से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों के बीच से किसी रहमदिल इंसान ने कोतवाली प्रभारी जयदीप वर्मा को इसकी सूचना दिया।
सूचना पाकर आनन फानन में मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने नखास चौकी प्रभारी प्रदीप सिंह के नेतृत्व में पहले उस व्यक्ति के पास आग जलवाई और फिर उसे गरमा गरम चाय पिलाई।
थोड़ी देर बाद जब शरीर में गर्मी आयी तो युवक ने बताया की वह कुशीनगर नगर जनपद के कसया का रहने वाला है और एक मजदूर है, कल उसे जब काम नही मिला तो वह इधर उधर घूमता रहा और फिर रात के किसी पहर उसका शरीर कब ठंड से लड़ते लड़ते अचेतावस्था में चला गया उसे याद ही नही।
बहरहाल आज कोतवाली पुलिस की सक्रियता ठंड से लड़कर लगभग ज़िंदगी हार चुके व्यक्ति को न सिर्फ उसकी जिंदगी लौटाने में मददगार बनी बल्कि लोगों के बीच पुलिस के वक़ार को और बुलन्द कर दिया।
याद रहे सड़क पर इस तरह से पड़े हुए इंसानी जीवित या मृत शरीर की पहली मददगार हमारी पुलिस और उसके जवान होते हैं बाकी समाज सिर्फ तमाशाई होता है।
क्योंकि अभी पूरी शीतलहर बाकी है और शीतलहर की सर्द रातों को जब हम और आप अपने गर्म बिस्तर में आराम कर रहे होंगे तो पुलिस के जवान किसी सुनसान सड़क और चौराहे पर हम सबके लिए अपने फ़र्ज़ के साथ किसी और ठंड के कांप रहे बेसहारा की मदद के लिए डंटे होंगे। पुलिस के ऐसे जवानों को आपकी हौसला अफजाई एक नई ऊर्जा दे सकती है।
इसलिए पुलिस के मनोबल को बढ़ाने के लिए एक सल्यूट तो बनता है, जय हिंद।

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