अवधनामा संवाददता
सूरतगंज,बाराबंकी। बारिश के साथ ही क्षेत्र में घाघरा का जलस्तर बढ़ने के बाद कटान भी तेज हो गई है। इससे गांव कुसौरा के ग्रामीणों में दहशत बरकरार है।घाघरा की कटान से खेती योग्य जमीन भी नदी में समानें लगी है।
रामनगर तहसील का कुसौरा मजरे करमुल्लापुर गांव सरयू (घाघरा)नदी के किनारे स्थित है।नदी तटबंध से लगभग डेढ़ किमी दूरी पर है। परंतु पिछले कई दिनों से नदी कटान करते हुए कुसौरा गांव के करीब को पहुंचने के लिए बेताब दिखाईं दे रही है। नदी ने आधा किमी तक स्थित खेती लायक भूमि को अपने आगोश में ले लिया है। ग्रामीण लगातार कटान पर नजर रखे हुए हैं। गांव के राम कुमार व अनिल कुमार यादव ने बताया कि जलस्तर तो बढ़ ही रहा है। साथ ही कटान भी हो रही है। इस तरह नदी भूमि को काटती रहेगी। तो गांव भी खतरे में पड़ जाएगा। जब कि प्रशासन ने लाखों रूपए खर्च कर कटान को रोकने के लिए अनेकों उपाय किए हैं।लेकिन कटान रोकने में नाकाम रहे हैं।