विभाजन की त्रासदी को याद करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में मौन कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। कैंडल मार्च छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा से आरंभ होकर कलेक्ट्रेट सभागार पर समाप्त हुआ।
कैंडल मार्च में जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना, मुख्य विकास आधिकारी अनुराज जैन, सीएमओ डॉ श्रीकांत शुक्ला, एडीएम डॉ प्रशांत कुमार, एडीएम नवनीत गोयल सहित वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी सहित आमजन शामिल हुए।
कैंडल मार्च के उपरांत सभी लोग कलेक्ट्रेट परिसर में इकट्ठा हुए। वहां पर विभाजन के अवसर आयोजित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विभाजन के पीड़ितों को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दिया गया। इस अवसर पर विभाजन की त्रासदी पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष सहित वरिष्ठ अधिकारियों छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इसके बाद सभी लोग मोमबत्ती और प्लेकार्ड लेकर कलेक्ट्रेट तक मार्च किया। इस अवसर पर लोगों ने विभाजन जैसी घटना की पुनरावृत्ति न होने देने की शपथ ली।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आज विभाजन की त्रासदी के पीड़ित लोगों को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर एक मौन जुलूस का आयोजन किया गया, विभाजन की त्रासदी पर चित्र प्रदर्शनी लगाई गई और लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
स्वतंत्रता की प्राप्ति के दौरान विभाजन एक त्रासदी के रूप में आया, जिसमें लाखों परिवार उजड़ गए। आज उन्हीं परिवारों को याद किया गया।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी बीएन कन्नौजिया, पीडी राम दरश चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।