अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
प्रबंधक पर विद्वेष भावना के कारण निलंबित करने का आरोप
हमीयपुर राठ। वरिष्ठता सूची में प्रधानाचार्य की रेस में सबसे आगे रहने वाले दलित प्रवक्ता और दलित समाज के लिपिक ने प्रबंधक पर दलित विरोधी मानसिकता के चलते उन्हें निलंबित करने का आरोप लगाते हुए मानवाधिकार आयोग और अनूसूचित जाति/जनजाति आयोग सहित तमाम आलाधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है जबकि प्रबंधक ने लिपिक पर शराब पीकर विद्यालय आने की बात कही है।वहीं प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक/बीएसए कल्पना जायसवाल ने घुन्नूलाल के मामले में दोनों पक्षों के अभिलेखों को देखकर मामले के निस्तारण की बात कही है जबकि लिपिक आशाराम के निलंबन के मामले पर अनभिज्ञता जताई है।
राठ कस्बे के जीआरवी इण्टर कालेज के वरिष्ठ प्रवक्ता और प्रधानाचार्य की रेस में सबसे आगे रहने वाले अनूसूचित जाति के घुन्नूलाल ने विद्यालय के प्रबंधक पर दलित विरोधी मानसिकता रखते हुए उन्हें विद्यालय का प्रधानाचार्य नहीं बनने देने के कारण निलम्बित कर दिया है।जबकि शिक्षा निदेशक प्रयागराज ने अपने पत्र में स्पष्ट कहा है कि हरिमोहन चंसौरिया के विरुद्ध इण्टरमीडिएट शिक्षा अधिनियम 1921 की धारा 16 ई(10)के अन्तर्गत चंसौरिया के अतिरिक्त वरिष्ठतम अध्यापक को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का प्रभार दिलाया जाना सुनिश्चित करें।किंतु विद्यालय के प्रबंधक द्वारा विद्वेष भावना और दलित विरोधी मानसिकता के चलते दलित प्रवक्ता को प्रधानाचार्य नहीं बनने देने के कारण उन्हें निलंबित कर दिया है।जिसके चलते उन्होंने जिलाधिकारी सहित अन्य आलाधिकारियों और अनूसूचित जाति/जनजाति आयोग और मानवाधिकार आयोग में पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है।
वहीं विद्यालय के लिपिक आशाराम ने भी सभी अधिकारियों को पत्र लिखकर बताया कि वह भी दलित समाज से सम्बंधित हैं जिसके चलते प्रबंधक अक्सर उनसे विद्यालय में शराब मंगाकर पीते रहे हैं लेकिन नौकरी के दबाव के कारण वह उनका विरोध नहीं कर सके।लेकिन जब एक दिन शराब लाने से मना कर दिया तो प्रबंधक ने उनपर शराब पीकर विद्यालय आने के साथ ही स्टाफ से शराब के नशे में अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है जो प्रबंधक की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।आशाराम ने आरोप लगाते हुए बताया कि यदि उनके द्वारा शराब पीकर विद्यालय आने की बात थी तो प्रबंधक को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा उनकी जांच कराने का अधिकार है जो उनके द्वारा नहीं किया गया है और दलित विरोधी मानसिकता के कारण उन्हें निलंबित किया गया है उन्होंने मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की है।इस सम्बंध में विद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि आशाराम शराब पीकर विद्यालय में आते थे जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया है जबकि घुन्नूलाल पहले से ही निलंबित चल रहे हैं।हालांकि इस मामले को लेकर प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक और बेशिक शिक्षा अधिकारी कल्पना जायसवाल ने बताया कि विद्यालय में प्रवक्ता और प्रबंधक के बीच कुछ विवाद चल रहा है जिसके लिए कार्यालय के लिपिक से कह दिया गया है और वह लेटर जारी कर दोनों पक्षों को बुलाएंगे उसके बाद दोनों पक्षों से बातचीत कर दोनों के अभिलेखों की जांच कर मामले का निस्तारण किया जाएगा जबकि लिपिक के मामले की जानकारी होने से प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक ने इनकार किया है।