अवधनामा संवाददाता
उरई (जालौन)। यदि सरकार शिक्षकों की मांगों को नहीं मानती है तो आंदोलन का विकल्प खुला है। यह बात उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में जिलाध्यक्ष विद्या सागर मिश्रा ने कही है। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा लगातार महिला शिक्षकों का बाल्यकाल देखभाल अवकाश अस्वीकृत करने पर भी रोष व्यक्त किया गया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक कन्या जूनियर हाईस्कूल में जिलाध्यक्ष विद्या सागर मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष लालजी पाठक ने कहा कि प्रदेशीय नेतृत्व द्वारा प्रदेश सरकार के समक्ष शिक्षकों की मांगें मांग पत्र के माध्यम से लगातार रखीं गई हैं। लेकिन अब तक इन मांगों पर कुछ कार्यवाही नहीं हुई है। जिसके चलते अब संगठन ने आंदोलन का मार्ग चुना है। जब तक संगठन के 18 सूत्रीय मांग पत्र पर सरकार सकारात्मक रुख नहीं दिखाती है तब तक संगठन के प्रत्येक निर्णय को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षकों को प्राणप्रण से लगना होगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आंदोलन का विकल्प खुला है इसके अंतर्गत 10 से 15 अगस्त के मध्य क्षेत्रीय विधायक को ज्ञापन दिया जाएगा, इसके बाद 4 सितंबर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। उपाध्यक्ष अनिल सिंह विराट ने 18 सूत्रीय मांग पत्र पढ़कर सुनाया जिसमें पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया गया। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा लगातार महिला शिक्षकों का बाल्यकाल देखभाल अवकाश अस्वीकृत करने पर भी रोष व्यक्त किया गया। बैठक का संचालन ब्लॉक मंत्री राघवेंद्र निरंजन ने किया। इस मौके पर ओम नारायण दीक्षित, अरविंद श्रीवास्तव, मनीष समाधिया, बृजेंद्र दूरबार, रूपेंद्र सक्सेना, अशोक जाटव, अरुण मिश्रा, भावेश यादव, विष्णु स्वरूप श्रीवास्तव, राजीव थापक, विकास द्विवेदी, मोहित सेंगर, रमन द्विवेदी, योगेश कुलश्रेष्ठ, अमित सिंह, सूर्यकांत चतुर्वेदी, रेखा जाटव, अर्चना राय, सुनीता शर्मा, अर्चना सिरोठिया, प्रियंका शर्मा, साधना साहू, आदि मौजूद रहे।