अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। कस्बा मसौली के माली मोहल्ला में चल रही 7 दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन नैमिषारण्य से आयी कथावाचिका रेखा शास्त्री ने नारद मोह की कथा सुनाकर लोगो को भक्तिलीन कर दिया।
कथावाचिका रेखा शास्त्री ने कथा सुनाते हुए कहा कि एक बार नारद मुनि ने काम पर विजय प्राप्त कर ली। भगवान शिव ने नारद मुनि से कहा कि नारद जी यह कथा आप भगवान विष्णु को मत सुनाइएगा। भगवान शिव का यह सुझाव नारद मुनि को अच्छा नहीं लगा। नारद ने सोचा कि भगवान शिव उनकी तपस्या को कम आंक रहे हैं, इसलिए ऐसा कह रहे हैं। इसके बाद वे सीधे भगवान विष्णु के पास पहुंचे और काम पर विजय की कथा सुनाने लगे। भगवान विष्णु कथा सुनने के बाद यह समझ गए कि नारद मुनि को मोह उत्पन्न हो गया है। उनका मोह दूर करने के लिए उन्होंने माया से एक नगरी का निर्माण किया। नारद मुनि विश्व मोहिनी के मोह में फंस गये।
मोह में फंसे नारद मुनि विश्वमोहिनी को रिझाने की मंशा से भगवान विष्णु के पास सुंदरता मांगने चले गए। भगवान विष्णु ने उन्हें वानर का चेहरा दे दिया। इस पर जब नारद मुनि की जगहसांई हुई तो उन्होंने भगवान विष्णु को श्राप दिया कि जिस तरह वे वियोग की आग में जले हैं, आप के साथ भी ऐसा होगा। आप वानर से सहायता मांगेंगे। इसी श्राप के फलस्वरूप विष्णु भगवान राम के रूप में जन्म लेते हैं। इस मौके पर प्रेमनन्द वर्मा, सुरेश नाग, सोनू जैन, सरोज नाग, बाबा किशुन दास, लक्ष्मी नाग, अर्द्धनाग, काके कपिल, रानी नाग, अखिलेश वर्मा सहित तमामभक्त गण मौजूद रहे।