अवधनामा ने जताई थी किसी करीबी के शामिल होने की आशंका
बाराबंकी। सफदरगंज थाना क्षेत्र में हुई वृद्ध की हत्या से पर्दा आखिर हट ही गया और हत्यारा कोई और नही बल्कि मृतक का सगा बेटा ही निकला। वजह बस इतनी कि वृद्ध अपनी पौत्री का विवाह उसकी पसंद के युवक से कराने की तैयारी में था। इस रिश्ते का विरोध कर रहे नाखुश बेटे ने अपने पिता की निर्मम हत्या कर डाली और दोष दूसरों पर मढ दिया।
एसपी दिनेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि 4 नवम्बर को थाना सफदरगंज पर वादी संतराम पुत्र बहादुर निवासी शाहपुर मजरे कड़ेरा थाना जैदपुर ने सूचना दी कि उनके पिता बहादुर रावत 80 वर्ष थाना सफदरगंज क्षेत्रान्तर्गत सराय कायस्थान स्थित बाग में कुटी बना कर रहते थे। संग्राम सिंह पुत्र फूलचन्द्र निवासी अकनपुर थाना कोठी, विपिन चन्द्र पुत्र हरिनाथ निवासी गुलहरिया थाना जैदपुर, बिट्टू उर्फ बब्लू व सरवन पुत्र श्रीकेसन निवासी टाइपुरवा थाना जैदपुर जो पूर्व में उसे व उसके पिता को जान माल की धमकी दिया करते थे, ने उसके पिता की हत्या कर दी। गठित पुलिस टीम ने घटना का सफल अनावरण करते हुए मृतक के सगे पुत्र व वादी संतराम को उधौली ब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया गया। मुकदमा में चारों व्यक्तियों की नामजदगी गलत पायी गयी।
पूछताछ व साक्ष्य संकलन से प्रकाश में आया कि वादी, अभियुक्त की पुत्री का बिट्टू उर्फ बब्लू से प्रेम प्रसंग था और जिसे भगा ले जाने के सम्बन्ध में थाना जैदपुर पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की गई। वादी/अभियुक्त की पुत्री को उसके बाबा/मृतक बहादुर द्वारा आश्वस्त किया गया था कि वह उसकी शादी बिट्ट उर्फ बब्लू से ही करा देगा। मृतक बहादुर द्वारा करवाचौथ के दिन पोती के लिए विवाहिता का सामान लाये जाने पर अभियुक्त/वादी संतराम द्वारा विरोध किया गया तथा दोनों के मध्य वाद-विवाद व गाली गलौज हुआ था। वादी/अभियुक्त संतराम द्वारा मान सम्मान की रक्षा एवं नामित व्यक्तियों को फंसाने के उद्देश्य से अपने ही पिता की गमछे से गला कसकर व ईंट से कूचकर हत्या कर दी गई थी।