Wednesday, March 19, 2025
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HomeMarqueeशहीद उद्यान का गौरव ही है लोकतंत्र का अमृत : भूपेश चौबे

शहीद उद्यान का गौरव ही है लोकतंत्र का अमृत : भूपेश चौबे

The pride of Shaheed Udyan is the elixir of democracy: Bhupesh Choubey

 

अवधनामा संवाददाता

 शहीद उद्यान , परासी में आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन
विधायक अनिल मौर्य ने की स्वतंत्रता द्वार बनाने की घोषणा
 सेनानी परिजनों का किया गया अभिनन्दन
 पुलिस बैंड द्वारा दी गयी सेनानियों को सलामी

सोनभद्र (Sonbhadra) आजादी का तीर्थ स्थल है जिले का यह शहीद उद्यान, जिस पर सम्पूर्ण राष्ट्र गर्व कर सकता है। यह कहना था घोरावल विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्या का जो आजादी के अमृत महोत्सव में उदबोधन दे रहे थे । इस अवसर पर विधायक सदर भूपेश चौबे ने कहा कि इस स्थल से जो प्रेरणा मिलती है वही अमृत है। शहीद उद्यान ट्रस्ट के विजय शंकर चतुर्वेदी ने स्थल के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला । कार्यक्रम में मुख्यमंत्री व राज्यपाल द्वारा वर्चुअल उदबोधन हुआ ।
स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में बने गौरव स्तम्भ पर विधायकद्वय द्वारा पुष्प चक्र अर्पित किया गया तत्पश्चात जिला पंचायत अध्यक्ष राधिका सिंह पटेल , मुख्य विकास अधिकारी अमितपाल शर्मा, पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह , बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश द्विवेदी, ब्लाक प्रमुख अजीत रावत सहित अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन विजय शंकर चतुर्वेदी, चन्द्रकान्त शर्मा, रवि शंकर चतुर्वेदी, ज्ञानचन्द्र द्विवेदी, कृपाशंकर दुबे , रामनिवास दुबे, कृपाशंकर चतुर्वेदी व कौशलेश पाठक को अंगवस्त्रम व माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया ।
जनता इंटर कालेज , परासी व शारदा पब्लिक स्कूल के छात्रों व स्काउट के बच्चों ने ड्रम बजाकर सेनानियों को सलामी दी ।
विधायकगण ने घोषणा किया कि जिले के सभी सेनानियो के परिजनों को यहां आमंत्रित किया जाएगा, विजय शंकर चतुर्वेदी ने यहां वर्षभर चलने वाले कार्यक्रमों के बारे में प्रकाश डाला।
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय यह स्थल आजादी के महानायक पँडित महादेव चौबे की कार्यस्थली रही है जिनकी प्रेरणा से सैकड़ों नवयुवक सिर पर कफ़न बांध कर देश को आजाद कराने निकल पड़े थे। अविभाजित मिर्जापुर का 1941 का व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन और 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन इसी स्थान से शुरू हुए थे ।
इस अवसर पर संस्था विंध्य संस्कृति शोध समिति व हरि छाया द्वारा अतिथियों को ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधे भेंट किये गए, कार्यक्रम का संचालन भोलानाथ मिश्रा द्वारा किया गया।

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