अवधनामा संवाददाता
जिलाधिकारी सहित एसपी को ज्ञापन सौंपकर की कार्यवाही की मांग
थानाध्यक्ष पर लगाया भेदभाव व अराजकता का आरोप
बांदा। सांप्रदायिक सद्भाव के लिए प्रसिद्ध जिले में कुछ लोग यहां के भाईचारे में जहर घोलने पर तुले हैं। अब एक थानाध्यक्ष ने मस्जिद में पहुंचकर मुसलमानों से कहां तुम सब पाकिस्तानी हो, क्योंकि तुम लोग यहां बच्चों के हिंदी अंग्रेजी नहीं पढ़ाते हो। थानाध्यक्ष की इस टिप्पणी से नाराज कुछ मुस्लिमों ने आज जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर थानाध्यक्ष की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
जिले के फतेहगंज निवासी अब्दुल खालिक, लल्लू खान व अब्दुल मजीद आदि ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि हम सब लोग फतेहगंज के मूल निवासी हैं और यहां की एक मस्जिद की देखरेख करते हैं। 7 मई 2023 को इलाके के थानाध्यक्ष नंद कुमार सोनकर पैदल गस्त करते हुए मस्जिद के पास आए और हमें बुलाया और कहा कि मस्जिद में क्या पढ़ाया जाता है। हम ने जवाब दिया कि मस्जिद में नमाज होती है और बच्चों को नमाज अदायगी के लिए तौर तरीके एवं उर्दू अरबी की सूरते सिखाई जाती है।
थानाध्यक्ष ने इस पर कहा कि उर्दू अरबी पढाओगे अंग्रेजी अथवा अन्य विषय नहीं पढाओगे। क्या तुम लोग पाकिस्तानी हो, यहां चले आए हो। इन व्यक्तियों ने कहां कि इस तरह की बात थानाध्यक्ष को पद पर रहते हुए नहीं करनी चाहिए थी। यह अनुचित और अशोभनीय है। ऐसे शब्दों के प्रयोग से हमारे मान सम्मान को ठेस पहुंची है। हम यही के मूल निवासी हैं और कई पीढ़ियों से हमारे पूर्वज निवासरत रहे हैं। हमारे गांव में हिंदू मुस्लिम सब मिलजुल कर रहते हैं और सुख दुख में एक दूसरे के साथ सहयोग की भावना से एक दूसरे की मदद भी करते हैं। हमारे गांव में किसी भी कार्यक्रम शादी विवाह सभी लोग एक दूसरे की मदद करते हैं। परंतु थानाध्यक्ष द्वारा किए गए इस तरह के आचरण से हिंदू मुस्लिम भाई चारों में विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। इस तरह के शब्दों का प्रयोग करने से यहां आपसी भाईचारे को ग्रहण लग सकता है इसलिए इस थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए। इस संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि मैं इस तरह की अनर्गल टिप्पणी सपने में भी नहीं कर सकता। मैं इस क्षेत्र में नया आया हूं। मैं ज्यादा किसी को जानता भी नहीं हूं और न ही मुझे लोग पहचानते हैं। हो सकता है कोई और गया हो। मामले का पता लगाता हूं।
बताते चलें की इसी महीने शहर में एक मकान में ‘हिंदुओं भारत छोड़ो’ का नारा एक हिंदू के घर पर लिखा गया था। इस घटना के कुछ दिन बाद ही 2 दिन पहले एक गांव एक गोवंश का सिर काट कर यहां के आपसी भाईचारे को नफरत में बदलने की कोशिश की गई। इन दोनों घटनाओं के आरोपियों का अभी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। इधर एक थानाध्यक्ष ने आपत्तिजनक टिप्पणी करके मुसलमानों को सड़क पर उतरने के लिए विवश कर दिया है।