Wednesday, March 19, 2025
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HomeUttar PradeshGorakhpurजीवन बचाने की मुहिम में जीविका की गति नहीं होगी मद्धिम

जीवन बचाने की मुहिम में जीविका की गति नहीं होगी मद्धिम

The pace of livelihood will not slow down in the campaign to save lives

अवधनामा संवाददाता

 
कम हुई संक्रमण की रफ्तार तो 39 दिन बाद खुल गए गोरखपुर के भी बाजार
ट्रिपल टी प्लेटफॉर्म से चल पड़ी बिजनेस एक्सप्रेस
पूर्वी यूपी के साथ बिहार के सीमावर्ती जिलों के कारोबार को मिलेगी संजीवनी
गोरखपुर (Gorakhpur)। कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमते ही बाजार एक बार फिर गुलजार हो गए। मंगलवार सुबह गोरखपुर भी कुल एक्टिव कोविड केस के न्यूनतम तय संख्या के साथ कदमताल करने लगा। दोपहर तक बंद पड़ी दुकानें एक-एक कर खुलने लगीं। 39 दिन बाद जिले में बिजनेस एक्सप्रेस पटरी पर दौड़ने लगी। कोरोना संक्रमण काल में इस बिजनेस एक्सप्रेस को दौड़ाने के लिए सीएम योगी के ट्रिपल टी मॉडल ने प्लेटफॉर्म का काम किया है जहां से उसे एक सुरक्षित ठहराव के बाद आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि कोरोना से जीवन बचाने की मुहिम में जीविका की गति भी मद्धिम न पड़ने पाए।
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एकसाथ कई मोर्चों पर काम करना पड़ा। एक तरफ गांव गांव ट्रिपल टी (ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट) का दायरा विस्तारित किया गया तो दूसरी तरफ आंशिक कोरोना कर्फ्यू के रूप में बाजार पर कुछ पाबंदियां लगानी पड़ीं। दोनों के समन्वित परिणाम से कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में कामयाबी मिली है। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलेवार बाजार खोलने की छूट देने का निर्णय किया। यह तय किया गया कि जिन जिलों में कुल एक्टिव कोविड केस 600 से कम होंगे उन्हें आंशिक कोरोना कर्फ्यू से मुक्त कर दिया जाएगा। चूंकि गोरखपुर में यह संख्या मंगलवार सुबह दायरे में आई, इसलिए इसे आज आंशिक कोरोना कर्फ्यू से निजात मिली है। देखा जाए तो गोरखपुर के बाजार 39 दिन बाद खुले हैं। पहले साप्ताहिक बंदी और बाद में सभी दिन कोरोना कर्फ्यू मिलाकर यहां के बाजार 30 अप्रैल से ही बंद थे।
गोरखपुर में आंशिक कोरोना कर्फ्यू खत्म होने से आसपास के जिलों के साथ ही बिहार के सीमावर्ती जिलों को भी कारोबारी संजीवनी मिलेगी। गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार के सिवान, गोपालगंज, बेतिया, चम्पारण आदि की व्यापारिक आवश्यकताओं को पूरा करता है। यहीं से कई वस्तुओं की थोक आपूर्ति इन जगहों पर रिटेल कारोबार के लिए होती है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के अन्य जिले पहले से आंशिक कोरोना कर्फ्यू से मुक्त थे लेकिन गोरखपुर जिले में पाबंदी रहने से इन जिलों के बाजार अपनी रफ्तार में नहीं आ रहे थे। मंगलवार को गोरखपुर के बाजार खुल गए हैं तो बुधवार से यहां अन्य जिलों के कारोबारी भी आने लगेंगे।
जल्द इकाई में होगी संक्रमितों की संख्या
मंगलवार सुबह गोरखपुर में कुल सक्रिय कोविड केस 600 से कम हो गए हैं तो इसके पीछे दैनिक संक्रमण में लगातार आई कमी भी अहम है। दैनिक संक्रमण की रफ्तार के बढ़ने पर यहां 30 अप्रैल को कुल एक्टिव केस 10308 थे। योगी सरकार के ट्रिपल टी फॉर्मूले से संक्रमण का फैलाव रुका तो दैनिक मामले लगातार कम होते गए। 28 मई से नए संक्रमितों की संख्या दो अंकों में सिमट गई है। 1 जून को 57, 2 जून को 47, 3 जून को 52, 4 जून को 41, 5 जून को 40, 6 जून को 26 और 7 जून को महज 19 कोरोना संक्रमित मिले। आंकड़े की यह प्रवृत्ति बताती है कि जल्द ही जिले में संक्रमितों की संख्या इकाई में नज़र आएगी।
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