संभल अवधनामा संवाददाता दस मोहर्रम के दिन इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद पूरी दुनिया में शोक के माहौल में मनायी जाती है दसवीं मोहर्रम रोज़े आशूरा का मातमी जुलूस शहर के मौहल्ला नूरियो सराय में निकाला गया इमाम बारगाह सगीर हसन से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की वाफदार सावारी जुलजनाह शबीहे ताबूत इमाम हुसैन के बेटे छह महीने के शहीद अली असगर का झुला और अलम निकाले गए मातमी जुलूस में शामिल अजादारो ने गमें हुसैन में जंजीरो में लगी छुरीयो से मातम किया जिससे इनका शरीर लहुलुहान हो गया अजादारो की कमर व सर से बहते हुए खून को देख कर मातमी जुलूस में माहौल गमगीन हो गया हुसैनी चौक से मातमी जुलूस इमाम बारगाह फरमान हुसैन में पहुंचा इस दौरान अजादार छुरियों से मातम करते रहे इमाम बारगाह फरमान हुसैन से मातमी जुलूस दादा शाहनूर इमाम बारगाह जायर हुसैन बाबूल हवाईज हाजी अजहर हुसैन सरवर हुसैन अन्सारियान से हों कर कर्बला पहुंचा जहां अजांदारो ने ताजियो कों दफन कर फातिहा पढी और चिरांग रोशन करके इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की जियारत पढी कर्बला से नोहा पढ़ते हुए अजांदार नोहा पढ़ते हुए आये और इमाम बाड़ों में गये जहां फातिहा पढी इस के बाद मातमी जुलूस समाप्त किया गया इमाम बारगाह फरमान हुसैन में मजलिस ए शामें गरीब बरपा की गयी जिसमें इमाम हुसैन और उनके परिवारजनों समेत बहत्तर लोगों की शहादत के बाद इनके परिवार में बचे औरतों और बच्चों पर जालिमो द्वारा किए गए अत्याचारो कों बयान किया गया जिसको सुनकर अजादारो के रोने पीटने की आवाजे बुलंद हो ने लगी मातमी जुलूस से पहले अजादारो ने रोजे आशूरा के आमाल किये जिनको मौलाना हैदर रजा ने कराया इमाम बारगाह फरमान हुसैन नम्बरदारान में मजलिसे की गयी शनिवार की रात में इमाम बारगाह फरमान हुसैन में मजलिस आयोजित की गयी बाद मजलिस के शबीहे जुलजनाह हज़रत अली अकबर बरामद किया गया इस दौरान अजांदारो ने मातम व नोहा ख्वानी करते हुए हज़रत अली अकबर की शहादत का शोक मनाया