अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। सांसद विजय दूबे ने कहा कि पहले के दौर में वैज्ञानिक मूकदर्शक बनकर उपहास के पात्र बने हुए थे जबकि अब उन्हीं वैज्ञानिकों का मनोबल, उत्साह और प्रोत्साहन बढ़ा है जिसे कोरोना काल मे देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे भारत ने एक साल के अंदर निःशुल्क वैक्सीन विकसित कर ना सिर्फ स्वयं के लिए बल्कि दुनिया के सैकड़ो देशों के लिए एक मिसाल कायम किया।
सांसद श्री दूबे बुधवार को जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर स्थित जिला पंचायत रिसोर्स केंद्र में आयोजित जनपदस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी व टीएलएम मेला का अवलोकन के पश्चात कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सांसद ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान से देश और शिक्षा व्यवस्था आधुनुकीकरण की तरफ अग्रसर है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा कि भारत में एक बिलियन से ज्यादा आबादी के मानव संसाधन के सापेक्ष विज्ञान के प्रति सहभागिता मे कम है। बच्चों में भी विज्ञान के प्रति रुचि में वांछित प्रगति नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से साइंटिफिक मॉडल के प्रति रुचि पैदा होती है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले बच्चों में से ही तमाम बच्चे आगे जाकर वैज्ञानिक बन सकते हैं। विज्ञान प्रदर्शनी में भूकम्प रोधी यंत्र, डोरी खींचो मात्रा सीखो, मानव उत्सर्जन सिस्टम, जल चक्र, कम लागत की कॉफी मशीन, प्रकाश संश्लेषण, उपग्रह संचार, लाई फाई तकनीक आदि विषयों पर बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी में सभी विकास खंडों से मिलाकर कुल 100 बच्चों ने प्रतिभाग किया तथा 28 मॉडल का प्रदर्शन हुआ।
इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलेन्द्र कुशवाहा, पूर्व विधायक फाजिलनगर गंगा सिंह कुशवाहा, व्यायाम प्रशिक्षक अनिल मिश्र तथा चंद्रप्रकाश चमन आदि उपस्थित रहे।
Also read