लखनऊ। मुस्लिम समाज में आपसी एकता और एक दूसरे की सहायता करने के संबंध में मानव सेवा संघ द्वारा सोमवार शाम को पूर्व मंत्री मोइद अहमद व चचा अमीर हैदर की अध्यक्षता में उनके आवास पर विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में अहम विषय रहा कि मस्जिदों में बटवारा नहीं होना चाहिए। मस्जिद अल्लाह का घर है और उसमे सभी मुसलमानों को बिना किसी झिझक के जा कर इबादत को अंजाम देना चाहिए। मक्का, मदीना का हवाला देते हुए संयोजकों ने कहा कि अगर वहाँ सारे मुसलमान एक साथ नमाज़ अदा कर सकते हैं तो यह क्यों नहीं। साथ ही बैठक में मौजूद वक्ताओं का कहना था कि, उर्दू हमारी तहज़ीब की मुहाफ़िज़ हैं। हमे चाहिए कि हम उर्दू अख़बारों को ख़रीदें जिससे उर्दू भाषा की प्राथमिकता ख़त्म न हो। हमारे समाज में कुछ अंग्रेज़ी गतिविधियों का पालन किया जाने लगा हैं। आज इंसान अगर कहीं किसी मरीज़ से मिलने जाता है तो वह अपने साथ फूल और फल ले जाना पसंद करता हैं। हालाँकि, बजाए इसके इंसान को चाहिए कि पीड़ित इंसान से जब मिले तो उसकी आर्थिक रूप से सहायता करने का प्रयास करें।
उक्त बैठक में पूर्व मंत्री मोइद अहमद, चचा अमीर हैदर, शरीफ रुदौलवी, नजमुल हसन समेत संघ के कई सदस्य मौजूद रहे।