महापौर और नगर आयुक्त ने सफाई व्यवस्था की हकीकत देख जताई सख्त नाराजगी
अलीगढ़। मंगलवार को शहर की ध्वस्त पड़ी सफाई व्यवस्था और प्लाटों में भरी गंदगी पर सीएम योगी आदित्यनाथ भड़क गए। मेयर प्रशांत सिंघल से पूछा कि शहर का क्या हाल बना दिया है? इतना पैसा दिया जा रहा है, उसका कैसे इस्तेमाल हो रहा है? सफाई तक ढंग से नहीं हो रही। कूड़े ढेर लगे हैं। मेयर को गाजियाबाद से सीख लेने की नसीहत देते हुए बोले, अपनी नाक तो कटवा ही ली, संगठन की भी कटवा दी। नाला निर्माण, जवाहर पार्क में हुए कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए।
उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अलीगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों के क्रम में नगर निगम अलीगढ़ द्वारा “स्वच्छ अलीगढ़, स्वस्थ अलीगढ़” अभियान को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। इस फटकार के बाद गुरुवार को महापौर प्रशांत सिंघल एवं नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा द्वारा वार्ड 30 (सुरक्षा बिहार, जीटी रोड क्षेत्र) एवं वार्ड 14 का संयुक्त निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में भारी गंदगी, नालियों का ओवरफ्लो, नाले में फ्लोटिंग कचरा, गोबर एवं सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति देखी गई, जिससे महापौर एवं नगर आयुक्त ने नाराजगी प्रकट की। विशेष रूप से निरीक्षण के दौरान 20 से अधिक खाली प्लॉट्स में कूड़े का अम्बार मिला। इस पर नगर आयुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यदि 5 दिवस के भीतर प्लॉट स्वामी चारदीवारी नहीं कराते हैं, तो नगर निगम ऐसे प्लॉट्स पर “नगर निगम संपत्ति” का बोर्ड लगाकर उन्हें सार्वजनिक पार्क अथवा उपयोगी सामुदायिक स्थल में परिवर्तित करेगा।
महापौर एवं नगर आयुक्त ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि पूरे सप्ताह चलने वाले विशेष अभियान में मुख्य मार्गों, नालों, सार्वजनिक स्थानों, और सभी खाली प्लॉट्स की व्यापक सफाई सुनिश्चित की जाए। दोनों वार्डों में सफाई व्यवस्था दोयम दर्जे की मिलने पर नगर आयुक्त ने सुखमा कंपनी के प्रोजेक्ट हेड रितेश कपूर को अंतिम चेतावनी देते हुए सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया साथ ही साथ नगर आयुक्त ने सुखमा कंपनी को सफाई उपकरण बढ़ाने के लिए भी कहा।
महापौर और नगर आयुक्त ने संयुक्त रूप से सेंटर पॉइंट पर सफाईकर्मियों को नई ड्रेस भी वितरित की गई और उन्हें कार्य के प्रति अधिक जिम्मेदारी से जुड़ने का आह्वान किया गया।
महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा
जनता की अपेक्षाएं अब मात्र घोषणा नहीं, परिवर्तन की मांग हैं। मुख्यमंत्री जी ने जो चेतावनी दी है, उसे हम अवसर में बदलेंगे। जो सफाई नहीं करेगा, वह ठहरेगा नहीं। हमारा लक्ष्य सिर्फ स्वच्छता नहीं, बल्कि एक आदर्श शहर का निर्माण है।
नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा
नगर निगम अब सिर्फ सफाई के निर्देश नहीं देगा, सीधे कार्रवाई करेगा। चाहे वह प्लॉट स्वामी हो या सफाई व्यवस्था देखने वाली कंपनी। नगर निगम ने स्पष्ट कर दिया है—गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुखमा कंपनी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया गया है।