अवधनामा संवाददाता
बोदरवार, कुशीनगर। बोदरवार बाजार का पारंपरिक और ऐतिहासिक दशहरा मेला अपनी भव्यता और प्राचीनता के लिएजहां क्षेत्र भर में प्रसिद्ध है वहीं कुश्ती और विशालकाय रावण के लिए भी जाना जाता है। इस बार दंगल का प्रमुख आकर्षण महिला पहलवानों का प्रदर्शन रहा।
मंगलवार को विकास खण्ड कप्तानगंज के बोदरवार बाजार में अति प्राचीन परंपरागत दशहरा मेले का आयोजन हर साल की भांति इस बार भी किया गया।मेला में रामलीला कलाकारों ने राम-रावण युद्ध का सजीव मंचन कर लोगों का मन मोह लिया। मेले में अखिल भारतीय दंगल में पहलवानों ने अपने मलयुद्ध कुश्ती कला का प्रदर्शन कर खूब वाहवाही बटोरी। पहली बार महिला पहलवानों ने अखाड़े में अपने कला का जौहर दिखाते हुए लोगों को एक संदेश भी दिया कि बेटियां कहीं भी किसी से कम नहीं है। गोपालगंज बिहार की महिला पहलवान आंचल और गोरखपुर की प्रिया, पडरौना की पुष्पा व राजधानी की अनुष्का निषाद ने अपना जौहर दिखाया। पुरुष पहलवानों में नीलकमल यादव सिहोरवां ने सत्य देव मठिया को अरमान माड़ापार ने विष्णु मठिया को मंगरू यादव बोदरवार ने मुनीब वेलवा खुर्द, द्रविण निषाद भैंसहा ने अंकित मठिया को अखाड़े में चित कर लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। किशन यादव सिहोरवां, लाला पहलवान नईबाजार, मुन्ना मठिया व प्रदीप राजधानी, गुड्डू राजधानी व पिण्टू पहलवान सिहोरवां की कुश्ती बराबरी पर छूटी।
पुलिस रही चौकस
मेले में पुलिसिया व्यवस्था एस ओ राजकुमार परवार और चौकी प्रभारी रणजीत सिंह बघेल की अगुवाई में काफी चौकस थी। बैठकी का समय होने के कारण मेले में लाखों की भीड़ पहुंची थीं। इतनी जबरदस्त भीड़ के बाद भी कहीं से कोई अप्रिय सूचना नहीं मिली।
मेले में खोया पाया केन्द्र भी काफी चर्चा में रहा। मेले के सुरक्षा व्यवस्था में लगे वालंटियर काफी मुस्तैद रहे। कहीं भी कोई बच्चा अपनो से बिछड़ा, उसे तुरंत खोया पाया केन्द्र पर पहुंचाकर उसे अपने परिजनों से मिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए नजर आए।