लखनऊ में अकबर नगर का नाम अब इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया। कुकरैल नदी की जमीन पर बसाये गये अकबर नगर को उजाड़ने का काम अंतिम दौर में पहुंचा तो वहां बची हुई आखिरी मस्जिद भी बीती देर रात ढहा दी गयी।
एलडीए के अधिकारियों ने मंगलवार की रात दो बजे के करीब आखिरी मस्जिद के ढहाने के काम को पूरा कराया। आखिरी मस्जिद के गिरते ही आसपास के मुस्लिम क्षेत्रों में मातम छा गया। नजदीक की दूसरी मस्जिदों में सुबह के वक्त हुई नमाज के बाद अकबर नगर की मोहम्मदी मस्जिद गिराये जाने का मसला चर्चा में बना रहा।
अकबर नगर में बीते अड़तालीस घंटों में दो मस्जिदें और एक मंदिर को तोड़ा गया। जेसीबी के माध्यम से पहली मस्जिद को गिराया गया तो दूसरी मस्जिद के लिए बुलडोजर लगाना पड़ा। मंदिर का आकार बेहद छोटा था तो उसे मशीन के माध्यम से उखाड़कर मूर्तियों को हटाया गया।
मस्जिदों को ढहाये जाने के कारण अकबर नगर की ओर जाने वाले मार्गों पर पुलिस टीमों को तैनात किया गया था। कुछ मिनटों के लिए भी पुलिसकर्मियों ने अपने तैनाती के स्थान को नहीं छोड़ा। अकबर नगर के मसले में मौलाना कौसर हयात के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दिये गये बयान के बाद लखनऊ पुलिस ने समूचे इलाके में और भी एहतियात रखा।
अवैध रूप से बने ग्यारह सौ उन्नहत्तर मकानों, एक सौ एक वाणिज्य भवनों के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर अकबर नगर को समतल भूमि में बदला गया। कुकरैल नदी के किनारे बनने वाले रिवरफ्रंट के लिए जमीन को खाली कराया गया। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश पर एलडीए ने पूरा अभियान अपने हाथों में ले रखा है।