आईपीएल में कप्तान रोहित शर्मा और उप-कप्तान हार्दिक पांड्या के बीच सबकुछ सही नहीं था। कोलकाता में केकेआर के विरुद्ध मुकाबले से पहले मुंबई की टीम दो खेमों में बंटी नजर आई थी। रोहित जब अभ्यास के लिए आए तो हार्दिक नहीं थे और जब हार्दिक आए तो रोहित पवेलियन में चले गए। इसी खेमेबाजी के चलते मुंबई का प्रदर्शन इस सत्र में बेहद खराब रहा था।
2007 में टी-20 विश्व कप खिताब जीतने वाली भारतीय टीम को अगर 17 साल बाद अगर फिर से चमचमाती ट्राफी उठानी है तो उसे एकजुट होना होगा। भारत को एक जून को बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र अभ्यास मैच खेलना है। इसके बाद टीम पांच जून को आयरलैंड के खिलाफ लीग मैचों में अपना वर्ल्ड कप अभियान शुरू करेगी।
रोहित शर्मा सहित ज्यादातर खिलाड़ी न्यूयार्क के गुनगुने मौसम में खुद को ढालने में जुटे हैं, जबकि विराट कोहली ब्रेक के बाद शुक्रवार को टीम के साथ जुड़ जाएंगे। भारतीय टीम को अपने शुरुआती मैच नसाऊ काउंटी स्टेडियम में खेलने हैं और यहां के नजदीक बने केंटीगे पार्क में भारतीय टीम ने बुधवार के बाद गुरुवार को लगातार दो दिन अभ्यास किया। इसमें रोहित समेत सभी 14 खिलाड़ियों के साथ चारों रिजर्व खिलाड़ी रिंकू सिंह, शुभमन गिल, आवेश खान और खलील अहमद भी मौजूद रहे।
रिंकू सिंह को भी कराई गई प्रैक्टिस
अभ्यास शुरू होते ही राहुल द्रविड़ में दो नेट पर हार्दिक पांड्या और यशस्वी जायसवाल को बल्लेबाजी पर उतारा। तीसरे नेट पर जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र सिंह चहल बदल-बदल कर बल्लेबाजी कर रहे थे। अमेरिका के भारतीय और पाकिस्तानी मूल के नेट गेंदबाजों के अलावा, कुलदीप यादव, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा गेंदबाजी कर रहे थे। बाद में रिंकू सिंह, रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी का अभ्यास करने उतरे।
मालूम हो कि रिंकू अंतिम 15 में नहीं हैं। वह रिजर्व खिलाड़ी हैं लेकिन उनको अभ्यास कराकर भारतीय टीम उन्हें जरूरत के समय तैयार रखना चाहती है। रिंकू को 15 सदस्यीय टीम में नहीं रखने की काफी आलोचना हुई थी।
ड्राप इन पिच का उछाल
केंटीगे पार्क में छह ड्राप इन पिचें बनाई गई हैं, जिन पर भारतीय खिलाड़ियों ने अभ्यास किया। तेज गेंदबाजों के साथ-साथ स्पिनरों को भी यहां काफी उछाल मिला। स्पिनर अगर आराम से भी गेंद छोड़ रहे तो गेंद स्टंप के ऊपर तक उछल रही थी। जिस स्टेडियम में भारत के पहले दौर के मैच और अभ्यास मैच होने हैं वहां भी ड्राप इन पिच ही लगाईं गईं हैं। वहां पर भी जबरदस्त उछाल मिलेगा। यह स्टेडियम न्यूयार्क की नसाऊ काउंटी के आइजनहवर पार्क में अस्थायी तौर पर बनाया गया है। टूर्नामेंट के बाद अस्थायी ढांचे को हटा दिया जाएगा।
सब ठीक करना होगा
आईपीएल खत्म हो गया है और अब भारतीय टीम को तिरंगे तले नीली जर्सी के उतरना है। टीम के सभी खिलाड़ियों को एकजुट होकर मैदान पर उतरना होगा। ये बात किसी से छुपी नहीं है कि आईपीएल में कप्तान रोहित शर्मा और उप-कप्तान हार्दिक पांड्या के बीच सबकुछ सही नहीं था। कोलकाता में केकेआर के विरुद्ध मुकाबले से पहले मुंबई की टीम दो खेमों में बंटी नजर आई थी। रोहित जब अभ्यास के लिए आए तो हार्दिक नहीं थे और जब हार्दिक आए तो रोहित पवेलियन में चले गए। इसी खेमेबाजी के चलते मुंबई का प्रदर्शन इस सत्र में बेहद खराब रहा था।
रोहित और हार्दिक के बीच इसी खराब केमिस्ट्री का असर कहीं वर्ल्ड कप अभियान पर न पड़े, इसको लेकर पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा था कि यह होना तो नहीं चाहिए क्योंकि अगर वैसा माहौल रहेगा तो कोई भी टीम अच्छा नहीं कर पाएगी। मुंबई की टीम में ऐसे खिलाड़ी थे जो ट्राफी जीत सकते थे, लेकिन वे एकजुट होकर नहीं खेले। ऐसे माहौल में विश्व की कोई भी टीम नहीं जीत सकती है।
कप्तान और उपकप्तान को बैठना होगा एक साथ
कप्तान और उपकप्तान को बैठकर इस मामले को सुलझाना होगा। मुझे लगता है कि जितने भी सीनियर खिलाड़ी हैं जैसे कि रोहित, विराट, हार्दिक, बुमराह सभी को एक साथ बैठना चाहिए और एक साथ टीम को आगे लेकर जाना चाहिए। जब तक वो सब बैठकर बातचीत नहीं करेंगे ये हल नहीं होगा। एक बार सब बैठकर बातचीत करें और अगर मन में कुछ है तो इसे समाप्त करें। अब अगर भारतीय टीम को 13 वर्षों का आइसीसी ट्राफी का सूखा खत्म करना है तो उसे आपसी मतभेदों को भुलाकर एक इकाई के रूप में प्रदर्शन करना होगा।