अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। कब्रिस्तान और शमशान घाट की भूमि पर हुए अवैध कब्जे हटाने की मांग को लेकर बीते पांच दिन से चल रहे अनशन के पांचवें दिन गुरुवार को लगभग एक दर्जन अनशनकारियों किसी भी अधिकारी द्वारा उनकी सुध नहीं लेने से आक्रोशित होकर मुख्यमंत्री के नाम रक्त रंजित खत भेजा है।
बीते पांच साल से अधिक समय से कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सिचौली पुरवा की कब्रिस्तान और शमशान घाट की भूमि पर कुछ तथाकथित नेताओं सहित ग्रामीणों ने अवैध कब्जे कर लिए थे जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा सैंकड़ों बार कस्बे से लेकर जिला मुख्यालय तक अधिकारियों से मिलकर और पत्र व्यवहार द्वारा मामले से अवगत कराया गया था लेकिन कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने युवा समाज सेवी शादाब हुसैनी और सभासद बाबूराम के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अनशन की चेतावनी दी थी।जिसके बाद प्रशासन की कुम्भकर्णी नींद तो खुल गई और तहसीलदार, सीओ और एसडीएम के नेतृत्व में उक्त कब्रिस्तान की जमीन की नाप कर अवैध कब्जेदारों को नोटिस जारी करने की बात कही गई।उसी के साथ ही ग्रामीणों ने तेरह अगस्त तक अवैध कब्जे नहीं हटाने पर आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी भी जारी कर दी।बताते चलें कि तेरह अगस्त से शुरू हुए अनशन में अभी तक किसी अधिकारी द्वारा अनशनकारियों की सुध नहीं लेने से नाराज अनशनकारियों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम लिखे खून से अपने पत्र में कहा कि अनशन के पांचवें दिन तक न तो भूमाफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही हुई है और न ही किसी अधिकारी ने अनशनकारियों की सुध ली है इसलिए भूमाफिया के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।इस दौरान शादाब हुसैनी, सभासद बाबूराम, इदरीस खान, शैलेंद्र सहित अन्य कई युवा मौजूद रहे।
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