अलीगढ़ के काजिमाबाद में बारात में हुई मारपीट के मामले में बसपा नेताओं ने एसपी देहात से मुलाकात की और लूट व छेड़छाड़ की धाराओं में कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं से छेड़खानी की गई और दूल्हे से पैसे लूटे गए। एसपी देहात ने एसएचओ को तीन दिन में जांच पूरी करने का निर्देश दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
काजिमाबाद में दूल्हे और बरातियों के साथ हुई मारपीट मामले में पीड़ितों व बसपा नेताओं ने लूट और छेड़छाड़ की धारा के तहत भी कार्रवाई की मांग उठाई है। एसपी देहात ने इस मामले में अतरौली एसएचओ से तीन दिन में जांच पूरी करने को निर्देश दिए हैं।
इस गांव में बीती बुधवार की रात बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र के नेहरूपुर निवासी करन की बरात आयी थी। एक बच्चे के गाड़ी टच होने से विवाद हो गया था। गांव के ही कुछ लोगों ने दूल्हे करन, गाड़ी चला रहे अभिषेक को पीट दिया था। पत्थर मारकर कार के शीशे फोड़ दिए थे।
बसपा जिलाध्यक्ष सुरेश गौतम ने कहा कि शोर सुनकर बरात में शामिल कुछ महिलाएं भी शामिल थीं, जिनके साथ छेड़खानी की थी और पीटा था। दूल्हे की जेब से 50 हजार रुपये, रुपयों की माला व अन्य सामान भी छीन लिया था। पुलिस को नामजद तहरीर दी थी, मगर अज्ञात में मुकदमा पंजीकृत किया। मुकदमा मारपीट में पंजीकृत किया, जबकि मौके पर छेड़छाड़ व लूट भी हुई थी। आरोपितों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई और पुलिस ने पक्षपात भी किया।
एसपी देहात ने इस पर एसएचओ को तीन दिन में जांच पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया विवाद किसी बच्चे के गाड़ी टच होने पर सामने आया था। जांच चल रही है। मारपीट करने वालों के जो नाम बताए हैं, उसकी पड़ताल के बाद और पुलिस जांच में जो नाम सामने आएंगे उन पर कार्रवाई होगी। जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर धारा बढ़ायी जाएगी। ज्ञापन देने वालों में बसपा नेता अरविंद कुमार, विजेंद्र सिंह, उमेश, राघव, शेष कुमार शर्मा, राजवीर सिंह मौर्य, केपी सिंह, गोरीशंकर आदि शामिल थे।