भारत के महान नेता और देश के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित नेहरू जी को उनके जन्म दिन पर पूरे देश ने याद किया और खिराजे अकीदत पेश की ।
इंजिनियर हया फातिमा के पास पंडित नेहरू जी पर जारी नायाब डाक टिकट व फर्स्ट डे कवर और उनपर जारी सिक्का कलेक्शन में मौजूद ।
लखनऊ : भारत के महान नेता और प्रथम प्रधान मंत्री, जवाहर लाल नेहरू का जन्म दिन ’ बाल दिवस’ के तौर पर 14 नवम्बर को मनाया जाता है। सल्तनत मंज़िल, हामिद रोड, सिटी स्टेशन, लखनऊ की रहने वाली इंजीनियर हया फातिमा बिटिया नवाबजादा सैय्यद मासूम रज़ा, ऐडवोकेट ने कहा कि नेहरू जी को बच्चों से बेहद लगाव था । वो कहते थें की बच्चें देश के भविष्य हैं, उन्हें प्यार किया जना चाहीए और उनकी देख भाल अच्छी तरह से की जानी चाहिए । जिस से अपने पांव पर खरे होकर एक अच्छा इंसान बन सकें और अच्छी तालीम हासिल कर सकें। बच्चें उन्हें चाचा नेहरू के नाम से पुकारते थें। पंडित नेहरू जी की छवि कम बोलने वाले और ज्यादा सोचने वाले नेता जैसी थी। 1955 में पंडित नेहरू जी को देश का सबसे बड़ा सम्मान ‘भारत रत्न ‘ से नवाजा गया था। आज़ादी की लड़ाई के दौरान बड़े नेता के रूप में उभरे थें। देश के लिए उनका योगदान हमेशा याद किया जायेगा। 27 मई 1964 में उनकी मौत हो गई थी।
इंजिनियर हया फातिमा के पास भारतीय डाक विभाग के ज़रिए 12 जून 1964 और 15 अगस्त 1973 को जारी डाक टिकट वा फर्स्ट डे कवर मौजूद है। इसके इलावा 5 रूपया का, एक रुपया का और 50 पैसे का नायाब और पुराना सिक्का जिसपर उनकी तस्वीर बनी है वो भी उनके कलेक्शन में मौजूद है, जो उनके कलेक्शन की शोभा बढ़ा रहा है।