अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। योगी सरकार ने अयोध्या की आध्यात्मिकता में एक और कड़ी जोड़ दी है। यहां के नया घाट बांध चौराहे को सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के नाम पर कर दिया। 28 सितंबर को लता चौक का लोकार्पण हो गया। इसके बाद पड़े रविवार को नवरात्रि की सप्तमी है। ऐसे में रविवार को काफी श्रद्धालु, पर्यटक व स्थानीय लोग चौक पर लगी 14 टन की वीणा का दीदार करने पहुंचे। सबसे पहले योगी सरकार की साकार परिकल्पना को देखा, उसकी सराहना की, फिर सेल्फी खींचकर प्रदेश, देश व विदेशों में बैठे चित-परिचितों तक इस धरोहर को पहुंचाया।
अब सिर्फ चौराहा नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र
लता मंगेशकर चौक सिर्फ चौक नहीं, बल्कि यहां के लोगों के लिए आस्था का केंद्र बन गया है। वीणा और उस पर बनी मां सरस्वती, लक्ष्मी की आकृति योगी सरकार की सोच व संस्कृति को प्रदर्शित कर रही है। नवरात्रि की सप्तमी को मां कालरात्रि की पूजा होती है। इस तिथि पर रविवार पड़ने के कारण मां सरस्वती व उनकी वीणा के दर्शन करने काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के गाए भजन का भी आनंद उठाया। वीणा में लता जी के जीवन के 92 वर्षों के 92 कमल पुष्पों को दर्शाया गया है। एक स्थान पर लता दीदी के जीवन से संबंधित जानकारियां भी दी गई हैं।
सरकार की सोच से चमक रही अयोध्या
वीणा देखने पहुंचे पर्यटक आशिक अली ने चमकती-दमकती अयोध्या को योगी सरकार की सकारात्मक सोच का परिणाम बताया। कहा कि योगी सरकार राम नगरी को विश्व पटल पर पहुंचा रही है। लता मंगेशकर चौक इसी सकारात्मक सोच का परिणाम है।
पर्यटक आरके मौर्य ने कहा कि लता मंगेशकर चौक ज्ञान, आस्था व संस्कृति का चौक बन गया है। यह अयोध्या का गौरव बढ़ा रहा है। पर्यटकों के घूमने के लिए यह भी एक केंद्र हो गया है। लता जी के भजन, 14 टन की कांसे की वीणा का दीदार अब सभी लोग कर रहे हैं। यह लता जी के प्रति आस्था है।
विपुल पांडेय ने कहा कि यह लता जी का सम्मान है। यह चौक सदा यह बताता रहेगा कि वे भारत की रत्न हैं। उनका यह सम्मान योगी सरकार की सोच का परिणाम है। रविवार को इसका अवलोकन कर सुखद अनुभूति हुई। अयोध्या के रहने वाले गणेश यादव ने बताया कि यहां आकर मन की जिज्ञासा को शांत किया। शाम को लता मंगेशकर चौक गए, वहां की भीड़ और वीणा देख अच्छा लगा। म्यूजिकल लाइट सिस्टम की अलग ही छटा बिखर रही है। यहां का नजारा आनंद व उमंग से भर दे रहा है।
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