अवधनामा डेस्क
लखनऊ। बाबरी मस्जिद और राम मंदिर विवाद में अदालत द्वारा एतिहासिक फैसले में बाबरी मस्जिद के लिए जनपद अयोध्या के धन्नीपुर गाव में मस्जिद के लिए जमीन दी गयी थी जहां 26 जनवरी में मौके पर तिरंगा फहराने के बाद मस्जिद की संगे बुनियाद सांकेतिक बुनियाद रखी गयी। इस मौके पर वृक्षारोपण भी किया गया।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित धन्नीपुर गांव में गणतंत्र दिवस के दिन उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर जुफर फारूकी व अन्य सदस्यों ने सबसे पहले पौधरोपण किया और फिर ध्वजारोहण कर शिलान्यास कर दिया।
मस्जिद का निर्माण इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को मिट्टी की जांच करने का काम भी शुरू हो गया है।
गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा निर्धारित पांच एकड़ में तीन स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग के लिए जगह की पहचान की गयी है। इसमें एक जगह से मिट्टी निकाली गई है साथ ही अन्य दो जगहों से भी मिट्टी निकाली जाएगी। यह काम तीन दिन तक चलेगा।
अयोध्या के धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण से पास कराया जाएगा। इंडो इस्लामिक कल्चरल के सचिव अतहर हुसैन के अनुसार नक्शा दिल्ली से मंगाया गया है।
नक्शा पर हस्ताक्षर करने के बाद आर्किटेक्ट को भेज दिया जाएगा। अर्किटेक्ट विकास प्राधिकरण में जाकर नक्शा दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद नक्शा दाखिल किया जाएगा।