जलालपुर अम्बेडकरनगर नगर के मुस्तफाबाद स्थित हैदरी चौक से पहली सफर का गमगीन जुलूस का आगाज रविवार को प्रातः सात बजे मौलाना सैयद कुमैल अब्बास रिजवी की तकरीर के साथ हुआ। अंजुमन जाफरिया कदीम मुस्तफाबाद के तत्वावधान में आयोजित निकले जुलूस में जंग -ए-कर्बला में यजीदी फौज की हिरासत में मासूम बच्चों व अहले हरम पर ज़ुल्म जैसे जुलूस में दिखे मंज़र से अजादारो के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। इस अवसर पर हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की सवारी जुलजनाह व अलमारियों का परिचय मौलाना हसन जाफर ने कराया।
मौलाना तौसीफ अली, मौलाना इब्ने अली, मौलाना मोहम्मद हसन कर्बलाई, मौलाना तनवीर अब्बास, मौलाना कमरूल हसन, मौलाना मोहम्मद शारिब नजफी ने अपनी तकरीर में कर्बला की रूदाद बयान किया तो अजादार सिसकियां भरने पर मजबूर हो गए। फैजाबाद जनपद से आयी अंजुमन गुंचा -ए-मजलूमिया राठहवेली के अलावा अंजुमन इमामिया नगपुर, अंजुमन जाफरिया, अंजुमन जुलफेकारिया,अंजुमन हुसैनिया, रौनक ए इस्लाम, जीनत ए इस्लाम,नूर ए इस्लाम, सज्जादिया समेत दर्जनों स्थानीय अंजुमनों ने नौहा ख्वानी पेश किया।
जुलूस का समापन इमाम बाड़ा करैली तल में मौलाना सैयद कासिम अब्बास रिजवी की तकरीर के साथ हुआ। जंजीर व कमा का मातम से माहौल गमगीन हुआ।जुलूस में अंजुमन जाफरिया कदीम के नौहा ख्वान जहीर हसन,अध्यक्ष इब्ने अली, नन्हे हसन,हसन अब्बास,इस्तेकलाल समेत तमाम लोगों ने सहयोग किया। जुलूस का संचालन मौलाना हसन जाफर व मौलाना तनवीर अब्बास ने संयुक्त रूप से किया। जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली जलालपुर की पुलिस मुस्तैद रही।