अवधनामा संवाददाता
अतरौलिया आज़मगढ़। इस्लामी माह ज़िलहिज्जा का चांद गुरुवार को नज़र आ गया है। ईद-उल-अज़हा (बकरीद) का पर्व 10 जुलाई को मनाया जाएगा। ’ जामा मस्जिद अतरौलिया के पेश इमाम हज़रत मौलाना अब्दुल बारी नईमी ’ ने बताया कि 10 जुलाई को सुबह 8बजे ईद-उल-अज़हा बकरीद की नमाज़ अदा की जायेगी। तो वहीं जामा मस्जिद अतरौलिया के पेश ईमाम वह मदरसा फैजे नईमी के के उस्ताद हज़रत मौलाना अब्दुल बारी नईमी ने बताया कि इस्लाम में कुर्बानियों का महत्वपूर्ण स्थान है। कुर्बानी का ही पर्व ईद-उल-अज़हा है। जो ज़िलहिज्जा का पर्व 10 जुलाई को मनेगा। इस पर्व पर मुसलमानों द्वारा लगातार तीन दिन तक कुर्बानी की जाएगी। उन्होंने बताया कि हुजूर सल्लल्लाहो.अलैहे .वसल्लम.ने फरमाया कि जब तुम जिला हिज़्जा़ का चांद देख लो और तुम में से किसी का कुर्बानी करने का इरादा हो तो वह कुर्बानी करने तक अपने बाल और नाखून ना काटे। इसी क्रम में मौलान अब्दुल बारी नईमी ने उदयपुर घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि अखलाक अहमद, पहलूं खान, कमलेश तिवारी और अब यह उदयपुर घटना यकीनन देश को शर्मसार करने वाली घटना है। जिन लोगों ने भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता। यह देश के संविधान, कानून और धर्म के खिलाफ है ।जामा मस्जिद के पेश ईमाम ने गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा देने की सरकार से मांग की ।और आम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
वहीं थानाध्यक्ष अतरौलिया मदन कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रशासन जुमे की नमाज को लेकर पूरी तरह अलर्ट है ।उन्होंने बताया कि हर नुक्कड़ पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। श्री गुप्ता ने शांतिपूर्ण माहौल में नमाज पढ़ने की अपील करते हुए कहा कि जुम्मे के दिन प्रशासन का सहयोग करें और अप्रिय घटना ना हो पाए। जामा मस्जिद अतरौलिया के पेश ईमाम मौलाना अब्दुल बारी नईमी।