पर्यटन का विकास प्राथमिकता में है इस कार्य में तेजी लाएं- डीएम

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अवधनामा संवाददाता

कुशीनगर। अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान रखने वाले भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के साथ जैन तीर्थस्थल पावानगर के विकास के लिए बुधवार को बैठक की गई। कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सभागार में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस बैठक में बौद्ध भिक्षुओं व पर्यटन कारोबारियों ने हिस्सा लिया। बैठक से पहले जिलाधिकारी ने महापरिनिर्वाण मार्ग पर बन रहे यूपी पर्यटन के फूड प्लाजा के कार्य का भी निरीक्षण किया और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को भी देखा और स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

पर्यटन विकास सम्बन्धी आवश्यक बैठक में बौद्ध भिक्षुओं व पर्यटन कारोबारियों ने प्रशासन से कुशीनगर गेट पर लाइटिंग व स्व.बौद्ध भिक्षु चन्द्रमणि की प्रतिमा स्थापित करने की बात रखा।महापरिनिर्वाण मन्दिर पर रैम्प बनवाने व सीढ़िया नीची करने, मन्दिर के द्वार सुबह 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक खोलने के साथ एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी बढ़ाने और रेल सेवा के ठप कार्य को शुरू करने सम्बन्धी कार्य को तेज करने के लिए जिलाधिकारी से अनुरोध किया। इस अवसर पर एडीएम (न्यायिक) उपमा पांडेय, एसडीएम कल्पना जायसवाल, तहसीलदार मान्धाता प्रताप सिंह, ईओ प्रेमशंकर गुप्त, बौद्ध भिक्षु भंते ज्ञानेश्वर, तिब्बती बौद्ध भिक्षु कुन्चुक, भिक्षु महेंद्र, बिरला धर्मशाला प्रबन्धक वीरेंद्र तिवारी, सहित अन्य सम्बंधित गण उपस्थित रहे।

दलाईलामा का कुशीनगर में भिक्षुओं ने कार्यक्रम का रखा प्रस्ताव

बौद्ध भिक्षुओं ने पर्यटन विकास के लिए बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा का कार्यक्रम कुशीनगर में कराने का भी सुझाव दिया। जिलाधिकारी ने सभी सुझावों पर विचार कर कार्रवाई आगे बढ़ाने की बात कही। जिलाधिकारी रमेश रंजन ने कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सभागार में पर्यटन विकास सम्बन्धी आवश्यक बैठक के दौरान कहा कि बौद्ध व जैन तीर्थस्थली पावानगर व कुशीनगर का पर्यटन विकास सर्वोच्च प्राथमिकता में है। सभी के सुझाव व विचार के अनुरूप कार्य योजना बनाई जायेगी तथा पर्यटन विकास के कार्य में तेजी लाई जायेगी।

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