नवाबगंज में 30 साल से बंद है सरकारी कोल्ड स्टोरेज
प्रयागराज। सरकार किसानों की आय दुगुनी करने का वायदा चुनावों के समय करती है ,लेकिन किसानों के उत्पाद को सुरक्षित करने का कोई उपाय नहीं ,जिसकी वजह से किसान अपने उत्पाद औने पौने दाम पर बेचने को मजबूर होते हैं। अगर सरकार प्रदेश में फ़ूड पार्क बनाये और कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करे तो शायद किसानों की स्थित में कुछ सुधार हो सके। लेकिन नए कोल्ड स्टोरेज बनाने की बात तो छोड़िये सरकारी कोल्ड स्टोरेज पिछले 30 साल से बंद पड़ा है।
कहानी जनपद प्रयागराज फूलपुर लोकसभा के फाफामऊ विधानसभा अंतर्गत नारायणपुर नवाबगंज की है जहाँ सरकारी कोल्ड स्टोरेज बना हुआ था और 1992 तक यूपी स्टेट एग्रो का कार्यालय था। बाद में पीसीएफ का कार्यालय बना और मंडी परिषद का भवन बना हुआ। जहां किसानों की सामान्य गतिविधियां संचालित हुआ करती थी। किसान यहां आलू रखते थे एग्रो के ऑफिस से किसानों को खाद मिलती थी बीज मिलता था और गल्ला मंडी में किसान अपना गल्ला बेचते थे लगभग 10 बीघा से अधिक भूमि है। अरबों रुपए की संपत्ति है जो 1995 से बंद और निष्प्रयोज्य पड़ी हुई है।
युवा विकास पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष संजीव मिश्रा ने किसानों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग किया कि इस पूरे परिसर को प्रयोग में लाया जाए सभी ऑफिस दोबारा खोले जाए कोल्ड स्टोरेज का मरम्मतीकरण ह। युवा विकास पार्टी के अध्यक्ष के अनुसार किसान अपने ुआड़ सस्ते दाम पर बेचने को मजबूर होते हैं , टमाटर दो रुपये किलो बेचने को मजबूर होते हैं,आलू सस्ते में बेचने को मजबूर होते हैं, अगर बंद पड़े कोल्ड स्टोरेज को खोला जाय तो किसानों को कम किराये पर आलू रखने की व्यवस्था हो सके , जमीन इतनी ज्यादा है फल और सब्जियों को संरक्षित करने का स्टोरेज बने तो किसान फल और सब्जियां सुरक्षित रख सकें।
युवा विकास पार्टी के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग किया कि बंद पड़े स्टोरेज को चालू किया जाय साथ में फ़ूड पार्क का निर्माण हो और बंद पड़े ऑफिस को शुरू किया जाय ताकि किसानों को सस्ते खाद और बीज मिल सके। और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए ,नहीं तो किसान बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।