नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के युद्ध को 7 माह से अधिक का समय हो चुका है। इस दौरान जहां यूक्रेन को जानमाल का नुकसान उठाना पड़ा है वहीं रूस भी इससे अछूता नहीं रहा है। अब रूस के ही अर्थशास्त्री मान रहे हैं कि देश की अर्थव्यवस्था राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौर में सर्दियों में डूब जाएगी। ये दावा व्लादिस्लेव इनोजेमत्सेव ;टसंकपेसंअ प्दव्रमउजेमअद्ध ने किया है। उनका कहना है कि रूस के लोग जल्द ही पार्टी करनाए विदेशों में घूमना और शापिंग करना भूल जाएंगे। रूस और यहां के लोगों की जिंदगी आम नहीं रहेगीए क्योंकि देश की आर्थिक स्थिति यूक्रेन युद्ध की बदौलत बुरी तरह से चरमरा जाएगी।
व्लादिस्लेव के मुताबिक दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार ये देखने को मिला है कि रूस ने अपनी सेना को मोबिलाइज्ड करने के लिए आदेश जारी किया है। रूस ने तीन लाख रिजर्व जवानों को यूक्रेन युद्ध के लिए बनाए रखने का आदेश पारित किया है। उनके मुताबिक इसका अर्थ है कि राष्ट्रपति पुतिन को इस बात का अंदेशा है कि देश किस राह पर जा रहा है। यूक्रेन युद्ध में रूस की अर्थव्यवस्था तबाह होने के कगार पर पहुंच चुकी है।
राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है उसके मुताबिकए देश के 18.30 उम्र के युवाओं को लेकर 3 लाख की रिजर्व फौज हर वक्त तैयार रखनी है। इसमें शामिल होने वालों के पास ऐसा न करने का कोई विकल्प नहीं है। रूसी अर्थशास्त्री का ये भी कहना है कि हाल ही में जिस तरह से राष्ट्रपति के फैसले का विरोध हुआ है वो ये बताता है कि देशवासी इस युद्ध के हक में नहीं हैं। उन्हें भी देश की खराब हालत का अंदाजा है। देशभर में हुए प्रदर्शनों में 3 हजार से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं।