जो लोग हज नहीं कर पाते, उनके लिए उमरा एक बेहतरीन विकल्प है : जमाल हैदर
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। तहसील क्षेत्र के हल्लौर कस्बे से उमरा के लिए सऊदी के मक्का व मदीना जाने वाले काफिले को रवाना करने के लिए एक परंपरागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर गांव के इमाम बारगाह वक़्फ़ शाहलमगीर सानी में एक मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस के उपरांत ग्रामीणों ने काफिले में शामिल लोगों को फूल माला पहनकर रवाना किया।
रविवार को अपराहन 3 बजे कस्बा स्थित इमाम बारगाह वक़्फ़ शाहलमगीर सानी में आयोजित मजलिस को जमाल हैदर करबलाई ने खिताब करते हुए उमरा की परंपरा और उसकी विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हर मुसलमान पर हज करना वाजिब है, लेकिन जो लोग हज नहीं कर पाते, उनके लिए उमरा एक बेहतरीन विकल्प है। मजलिस में जाकिर ने कर्बला के शहीदों के मसाएब पढ़े, जिससे लोगों की आंखें नम हो गईं। मजलिस की शुरुआत अंबर मेहंदी और उनके हमनवा ने मर्सिया पढ़कर की। इस दौरान ताक़ीब रिज़वी, बिरजीस रिज़वी, नासिर एलआईसी, इंतज़ार, तशबीब हसन, कामियाब, आफताब, जानशीन, ज़हीर हसन, मोहम्मद असग़र, हसन ताक़ीब, मोहम्मद हैदर, आबिद रिज़्वी, ज़ामिन रिज़वी, शहरोज़, मनव्वर रज़ा, राशिद ताक़ीब, फहीम हैदर, सलमान, ताज़ीम, मोहम्मद मेहदी, कबीर, महफ़ूज़, आले रज़ा, जलाल, काज़िम रज़ा सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
Also read