सेतु बंध का हुआ निर्माण, अंगद संवाद सुनकर रोमांचित हुये श्रोता

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अवधनामा संवाददाता

ललितपुर।  नृसिंह रामलीला समिति के तत्वावधान में तालाबपुरा स्थित श्री नृसिंह रामलीला मैदान में सनातन धर्म की परंपराओं को जीवित रखने के लिए कलाकारों द्वारा नित नए वर्णनो का मंचन कर लोगों को धर्म के प्रति समर्पित होने का संदेश दे रहे हैं रामलीला के दसवें दिवस में विभीषण शरणागत, सेतु वंध एवं अंगद रावण सम्वाद की लीला का आयोजन किया गया। लीला के प्रथम दृश्य में विभीषण रावण को समझाता है कि वह माता सीता को प्रभु श्री राम के पास सम्मान सहित भेज दे और प्रभु श्री राम से माफी मांग ले मगर रावण विभीषण की यह बातें सुनकर क्रोध में आकर विभीषण को लात मार कर लंका से निकाल देता हैं। और लीला के दूसरे दृश्य में विभीषण प्रभु श्री राम की शरण में जाते हैं तथा लीला के तीसरे दृश्य में सुग्रीव की सेना सहित नल नील हनुमान समुद्र पर सेतु वंध निर्माण का कार्य करते हैं तथा लीला के चौथे दृश्य में वाली पुत्र अंगद श्री राम का दूत बनकर रावण के राज्य में शांति दूत बनकर जाता है और रावण को काफी समझाता है मगर रावण नहीं समझता है फिर अंगद रावण को चुनौती देता है की रावण अगर तेरे राज्य में अगर कोई बलशाली है तो मेरा पैर हिला कर दिखा दे मैं प्रभु श्री राम की तरफ से हार मान कर चला जाऊंगा मगर लंका में कोई भी बलशाली अंगद का पैर नहीं हिला सका और अंत में रावण सिंहासन से उतर कर आता है और अंगद के पैरों को पकडऩे के लिए गिरता है तब अंगद पैर हटा लेते हैं और कहते हैं रावण अगर तुम्हें पैरों पर गिरना है तो प्रभु श्री राम के पैरों पर गिरो जिससे तुम्हारा कल्याण हो जाएगा इसके बाद यहीं पर लीला को विराम दिया जाता है। पात्र कलाकार भगवान श्री गणेश की भूमिका में कमलेश पाठक राम रुद्र प्रताप सिंह लक्ष्मण वेदांश चौबे सीता कृष्ण प्रताप हनुमान कृष्णकांत तिवारी सुग्रीव प्रदीप गोस्वामी  जामवंत पवन सुडेले अंगद रोहित चतुर्वेदी रावण सेवक जगदीश पाठक शास्त्री शंकर जी निखिल पाठक मंदोदरी त्रिवेणी राजा रावण विजयकांत सुडेले  मेघनाथ शुभम कौशिक वानर सेना रोहित राजा विशाल विकास तरुण वरुण गोलू राक्षस सेना बबलू माते जैकब जगदीश रैकवार गोविंदा। रामलीला के दौरान मुख्य संरक्षक भगवत नारायण अग्रवाल एड., अध्यक्ष नरेंद्र कड़की, कोषाध्यक्ष अखिलेश पाठक, महामंत्री प्रभाकर शर्मा एड., उप मुख्य संरक्षक पवन कुमार जायसवाल एड., गोविंद नारायण सक्सेना, सुनील शर्मा, गीता देवी यादव पार्षद, शिवानी पाठक पार्षद, पप्पू राजा, रमेश यादव, सरदार हरजीत सिंह, राजू सिंधी, असलम कुरैशी, संतोष कुमार जैन, अनुपम कुमार जैन, संतोष साहू, संजय डयोडिया, गजेंद्र सिंह बुंदेला, पुष्पेंद्र राजपूत, पन्नालाल साहू, गिरीश पाठक, चंद्रशेखर राठौर, रवि तिवारी, प्रदीप शर्मा, रामगोपाल नामदेव, कन्हैया लाल नामदेव, जगदीश पाठक, कृष्णकांत तिवारी, पात्र कृष्ण बिहारी मिश्रा, आसाराम सेन, देवी कुशवाहा, मर्दनसिंह यादव, आशीष तिवारी, मनीष पाठक, कलाकार भगवान, गणेश की भूमिका में कमलेश पाठक, रामरूद्र, प्रताप सिंह, लक्ष्मण वेदांश चौबे, सीता कृष्ण प्रताप, सूर्पनखा त्रिवेणी राजा, सबरी मनीषा, हनुमान कृष्णकांत तिवारी, सुग्रीव प्रदीप गोस्वामी, रावण, विजयकांत सुडेले, मारीच रोहित चतुर्वेदी, मीडिया प्रभारी अमित लखेरा, पंकज रायकवार आदि मौजूद रहे।
फोटो-पी7
कैप्सन- श्रीरामलीला का मंचन करते कलाकार

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