गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने मूसलाधार बारिश के बीच बाढ़ प्रभावित द्वारका, जामनगर और वडोदरा का हवाई हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने कल दोपहर से शाम तक चप्पा-चप्पा देखा। इसके बाद राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस बीच वडोदरा शहर में विश्वामित्री नदी फिर उफान पर है। मुख्यमंत्री प्रभावित लोगों के लिए स्थापित किए आश्रय स्थलों पर की गई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने द्वारका, जामनगर और वडोदरा के प्रभावितों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि वडोदरा के बाढ़ प्रभावितों सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बाढ़ घटते ही बुनियादी सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, बिजली और सड़क कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा। द्वारका, जामनगर और वडोदरा में नगर पालिका की टीमों ने साफ- सफाई शुरू कर दी है।स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें वडोदरा जिले में तैनात की गई हैं। इन टीमों में 1400 कर्मचारी हैं। प्रभावित परिवारों की आर्थिक व अन्य सहायता में मदद के लिए 90 टीमों को तैनात किया गया है। कृषि फसल क्षति सर्वेक्षण के लिए 52 टीमें काम कर रही हैं।
वडोदरा शहर और जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को अब तक 2.74 लाख भोजन के पैकेट और 1.07 लाख पानी की बोतलें वितरित की जा चुकी हैं।सेना की तीन टुकड़ियों को भेजा गया है। उन्होंने खंभालिया के प्रभावित रामनगर और कंनझार चेक पोस्ट क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने मुख्य सचिव राजकुमार की उपस्थिति में द्वारका और जामनगर कलेक्टर कार्यालय में समीक्षा बैठक की।