मुंबई: भारत की सबसे बड़ी वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली कंपनी, टाटा मोटर्स ने आज अपना तकनीकी रूप से उन्नत इंजन, टर्बोट्रॉन 2.0 पेश किया है। ट्रकिंग में उत्कृष्टता का एक नया मानक स्थापित करेगा। यह अत्यधिक ईंधन कुशल और विश्वसनीय इंजन है। इस बहुपयोगी इंजन को पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है, और यह सभी श्रेणियों में कई प्रयोगों के लिए 19-42 टन रेंज में टाटा ट्रकों को शक्ति प्रदान करेगा। टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स, पार्सल और कूरियर सेगमेंट के लिए पूरी तरह से उपयुक्त है। इसके ग्राहकों से मिले फीडबैक के आधार पर उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह इंजन बेहतर ड्राइविंग अनुभव प्रदान करता है। साथ ही स्वामित्व की कुल लागत को कम करता है। इस इंजन के मजबूत प्रदर्शन के लिए इंजीनियर किया गया है। (टीसीओ)। इसके अलग-अलग ड्यूटी साइकिल और कठोर इलाकों में 30 लाख किमी से ज्यादा और कुल 70,000 घंटों तक के कठोरता परीक्षण के दौर से गुजारा गया है। टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन में बीएस6 स्टेज 2 उत्सर्जन नियमों का पूरी तरह अनुपालन किया गया है। टर्बोट्रॉन 2.0, प्लेटफॉर्म-एग्नोस्टिक है और इसे सिग्ना, अल्ट्रा, एलपीटी और काउल प्लेटफॉर्म के साथ पेश किया गया है। यह 6 साल/6 लाख किमी की वारंटी के साथ आता है।
कुशल और बहुपयोगी 5-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन टर्बोट्रॉन 2.0 को 180-204 पीएस तक की कई रेंज में पेश किया गया है। इसकी बेहतर ड्राइविंग के लिए 700-850 एनएम की रेंज में एक फ्लैट टॉर्क कर्व प्रदान करने के लिए इंजीनियर किया गया है। लंबे तेल निकास और 1 लाख किमी के सर्विस इंटरवल की इसकी खासियत उच्च राजस्व जनरेट करने के लिए इसे लंबी अवधि तक काम करने की क्षमता देती है।
टर्बोट्रॉन 2.0 के बारे में बताते हुए टाटा मोटर्स के प्रेसिडेंट और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर, श्री राजेंद्र पेटकर ने कहा, “टर्बोट्रॉन 2.0 हमारे सबसे उन्नत आंतरिक दहन इंजनों में से एक है। नवीनतम तकनीकों के साथ इंजीनियर किया गया, यह ट्रकों को कम समय में लंबी दूरी तय करने में सक्षम बनाता है। इसके मजबूत प्रदर्शन और उच्च ईंधन दक्षता ने भारत में ट्रकिंग के लिए नए उद्योग मानक स्थापित किए हैं।”
अपने विचार साझा करते हुए, श्री राजेश कौल, वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड – ट्रक्स, टाटा मोटर्स ने कहा, ”टाटा मोटर्स में, हम ग्राहकों के साथ उनके कारोबार को बढ़ाने के लिए साझेदारी करते हैं। टर्बोट्रॉन 2.0 को ट्रांसपोर्टर्स के व्यापक इनपुट के साथ विकसित किया गया है और यह उन्हें अत्यधिक प्रतिस्पर्धी उद्योग में बढ़त प्रदान करता है। इसका बेहतर प्राइस ऑफर, ट्रकिंग को अधिक सहज, कुशल और विश्वसनीय बनाता है जिसके परिणामस्वरूप उच्च राजस्व और कम लागत आती है।”
एक बड़े मोबिलिटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर के रूप में, टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन उन्नत सुविधाओं, कुशल पावरट्रेन और समृद्ध वैल्यू-एडिशन के साथ आते हैं। टाटा मोटर्स फ्लीट एज के जरिए फ्लीट मालिकों को बेहतर ईंधन दक्षता, कम परिचालन लागत, उच्च वाहन अपटाइम, रीयल-टाइम ट्रैकिंग और एनालिटिक्स जैसे फायदे मिलते हैं। इसकी ‘संपूर्ण सेवा 2.0’ योजना बेजोड़ वाहन लाइफसाइकिल मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करती हैं। इसमें फ्लीट मैनेजमेंट सॉल्यूशन, एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट और रोडसाइड असिस्टेंस जैसी सेवा शामिल हैं। 2500 से ज्यादा टचप्वाइंट के व्यापक सर्विस नेटवर्क के साथ, प्रशिक्षित लोगों द्वारा संचालित और टाटा जेनुइन पार्ट्स के सहयोग से टाटा मोटर्स अनूठी गुणवत्ता और सेवा प्रतिबद्धता सुनिश्चित करता है।
टाटा मोटर्स ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में देश में पहले रिकॉर्ड के साथ जीत हासिल की। ये रिकॉर्ड्स हैं –
ü मीडियम सीवी द्वारा 30,000 किमी की दूरी तय करने में सबसे तेज़
ü मीडियम सीवी द्वारा स्वर्णिम चतुर्भुज को कवर करने में सबसे तेज़
ü डीजल मीडियम सीवी द्वारा उच्चतम ईंधन दक्षता
ü स्वर्णिम चतुर्भुज की एक राउंडट्रिप में डीजल मीडियम सीवी द्वारा उच्चतम ईंधन दक्षता
ü एक महीने में मीडियम सीवी द्वारा तय की गई अधिकतम दूरी
ü एक महीने में पूरी तरह से भरे हुए 19 टन ट्रक द्वारा तय की गई अधिकतम दूरी
ü चेन्नई-कोलकाता खंड पर डीजल मीडियम सीवी द्वारा उच्चतम ईंधन दक्षता
ü दिल्ली-मुंबई खंड पर डीजल मीडियम सीवी द्वारा उच्चतम ईंधन दक्षता
ü कोलकाता-दिल्ली खंड पर डीजल मीडियम सीवी द्वारा उच्चतम ईंधन दक्षता
इस इंजन की विश्वसनीयता को परखने के लिए टाटा मोटर्स ने टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन चलने वाले अपने टाटा अल्ट्रा टी.19 ट्रक के साथ एक 30-दिवसीय एंड्योरेंस रन शुरू की। इसका उद्देश्य स्वर्णिम चतुर्भुज पर बिना रुके चलना था जो भारत के महानगरों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क है। टाटा अल्ट्रा टी.19 ने न केवल स्वर्णिम चतुर्भुज के नौ चक्कर सफलतापूर्वक पूरे किए बल्कि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स दोनों में नौ रिकॉर्ड भी बनाए। इन असाधारण उपलब्धियों को कुशल और विश्वसनीय टर्बोट्रॉन 2.0 इंजन-संचालित टाटा अल्ट्रा टी.19 द्वारा संभव बनाया गया जो वाणिज्यिक वाहनों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।