काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। देश जहां एक तरफ आर्थिक मार झेल रहा है। वहीं दूसरी ओर अफगान के लोग ढेरों मानवीय संकट से जूझ रहे हैं। देश में चारों ओर अशांति फैली हुई है। तालिबान के सत्ता में आने के करीब आठ महीने बीत चुके हैं और तब से आज तक लड़कियों की शिक्षा को लेकर तालिबान का रवैया सही नहीं रहा है। तमाम देशों द्वारा लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने के सवालों पर तालिबान सरकार के अलग-अलग जवाब सामने आते रहते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस तथ्य पर निराशा व्यक्त की है कि तालिबान अफगानिस्तान में लड़कियों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहा है। उन्होंने तालिबान सरकार को आड़े हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन में एक सीनेट समिति के समक्ष गवाही देते हुए ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान छठी कक्षा से ऊपर अफगान लड़कियों को शिक्षा तक पहुंच देने के अपने वादे को पूरा करने में असमर्थ रहा है। ब्लिंकन ने कहा, ‘हमने देखा है, हाल ही में, तालिबान अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गया है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि लड़कियां छह कक्षा से ऊपर स्कूल जा सकें।’
ब्लिंकन ने बताया, ‘आइएसआइएस-के जैसा कि आप जानते हैं, तालिबान का दुश्मन है और यह मुद्दा तालिबान की इच्छा नहीं है, यह उनकी क्षमता है। जब अल-कायदा की बात आती है, अरब अल- कायदा कोर, बहुत बहुत कम संख्या में लोग हैं।’
अफगान महिला अधिकार कार्यकर्ता ने कहा
वहीं इसके अलावा, एक अफगान महिला अधिकार कार्यकर्ता, शाहला अरिफी ने महिला शिक्षा के महत्व पर जोर दिया, इस जरूरी तथ्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘अफगान महिलाएं देश का भविष्य हैं और फिर भी उन्हें ‘शैक्षिक, सामाजिक और राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।’
आपको बता दें कि इससे पहले, अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत थामस वेस्ट ने फोन पर बातचीत में लड़कियों के स्कूलों पर प्रतिबंध पर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई से अपनी चिंता व्यक्त की थी।