Monday, September 1, 2025
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श्रीमद्भागवत गीता आधारित प्रतियोगिताओं में प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं का सम्मान

शाहजहांपुर //जनपद की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल करते हुए आज विकास भवन सभागार में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह द्वारा श्रीमद्भागवत गीता पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।

इस प्रतियोगिता में कुल *248 प्रतिभागियों* ने भाग लिया, जिनमें से प्रथम स्थान पर 6, द्वितीय स्थान पर 8, तृतीय स्थान पर 8 एवं सांत्वना पुरस्कार हेतु *226 छात्र-छात्राओं* का चयन किया गया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ₹11,000 की धनराशि एवं प्रमाण पत्र, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालों को ₹5,100 तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को ₹2,100 की धनराशि के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

योग क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय खुटार की 16 छात्राओं को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर घड़ी एवं स्कूल बैग प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसी श्रृंखला में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय भावलखेड़ा की 16 छात्राओं को द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर घड़ी एवं स्टेशनरी बॉक्स भेंट किए गए, जबकि तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मिर्जापुर की 16 छात्राओं को घड़ी प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।

प्रतियोगिता में चयनित सभी 248 छात्र-छात्राओं को कुल ₹3,49,600 की धनराशि उनके बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी गई है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न केवल विद्यार्थियों में आध्यात्मिक चेतना एवं भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान को जागृत करती हैं, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास में भी सहायक सिद्ध होती हैं।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई *कर्मयोग* हस्तपुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस पुस्तिका में श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों को अर्थ सहित सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है, साथ ही कठिन शब्दों के अर्थ भी स्पष्ट किए गए हैं, जिससे छात्र-छात्राएं गीता के गूढ़ सिद्धांतों को आसानी से समझ सकें।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि इस पुस्तिका में शामिल श्लोकों को प्रत्येक विद्यालय में बच्चों को कंठस्थ कराया जाए ताकि वे आगामी प्रतियोगिताओं में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस हस्तपुस्तिका का संपादन डॉ. अरुण कुमार गुप्ता, एस.आर.जी. शाहजहांपुर द्वारा किया गया है, जिनके इस प्रयास की जिलाधिकारी ने प्रशंसा की।

ग्रामीण स्तारों पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के त्वरित एवं समवद्ध निस्तारण हेतु पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं सुशासन के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने अपनी चौपाल पौर्टल chaupal.shahjahanpur.up.in भी लांच किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता भारतीय जीवन दर्शन का आधार है और ऐसे आयोजनों से युवाओं में नैतिक मूल्यों एवं सकारात्मक सोच का विकास होता है। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं एवं कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों का भी समावेश होता है, जो एक आदर्श समाज के निर्माण में सहायक होता है।

कार्यक्रम में शिक्षा विभाग, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, अभिभावकगण एवं अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

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