Tahawwur Rana तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर राजनेताओं द्वारा टिप्पणी भी खूब हो रही है। संजय राउत ने कहा है कि तहव्वुर राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए लेकिन उन्हें बिहार चुनाव (इस साल के अंत में होने वाले) के दौरान फांसी दी जाएगी। वहीं कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि तहव्वुर का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं है।
मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की चर्चा देशभर में चल रही है। इस मामले पर राजनेता भी लगातार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसी बीच शिवसेना UBT सांसद संजय राउत ने कहा है कि तहव्वुर राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने ये भी दावा किया कि सरकार बिहार चुनाव के दौरान तहव्वुर राणा को फांसी देगी। वहीं, बिहार चुनाव तक तहव्वुर राणा की चर्चा होती रहेगी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए संजय राउत ने कहा,”तहव्वुर राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए, लेकिन उन्हें बिहार चुनाव (इस साल के अंत में होने वाले) के दौरान फांसी दी जाएगी।”
किसी को क्रेडिट लेने की जरूरत नहीं: संजय राउत
संजय राउत ने आगे कहा कि तहव्वुर राणा को भारत लाने में 16 सााल लग गया। कांग्रेस शासन के दौरान उसके प्रत्यर्पण प्रक्रिया की शुरुआत हुई थी, इसलिए राणा को वापस लाने का क्रेडिट किसी को नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि तहव्वुर राणा भारत में प्रत्यर्पित होने वाला पहला आरोपी नहीं है। इससे पहले 1993 के सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अबू सलेम को भी भारत प्रत्यर्पित किया गया था।
यह सरकार की कोई बड़ी सफलता नहीं: कन्हैया कुमार
संजय राउत से पहले कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि तहव्वुर का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं है, यह बीजेपी की एक चाल है, जिससे जनता के मुद्दों को भटकाया जा सके।
NIA की गिरफ्त में हैं राणा
तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को आखिरकार गुरुवार शाम को भारत लाया गया। एयरपोर्ट से सीधे राणा को पटियाला हाउस कोर्ट लाया गया। अदालत ने राणा को NIA की 18 दिन की हिरासत में भी भेज दिया है। । फिलहाल वो एनआईए हेडक्वार्टर में है।