अवधनामा संवाददाता
तहफ़्फ़ुजै ईमान व इस्लाहे मुआशरा कान्फ्रेंस आयोजित
कुशीनगर। पडरौना विकास खण्ड के ग्राम सभा सोहनरिया में गुरुवार को बाद नमाजे ईशा जलसा तहफ़्फ़ुजै ईमान व इस्लाहे मुआशरा कान्फ्रेंस(समाज सुधार कांफ्रेंस)का आयोजन हुआ। जलसे की शुरुआत कारी फिरोज ने कुरान की तिलावत कर किया। कारी सुहेल ने नात पढ़ी मैं तो दीवाना हूं दीवाना नबी का दीवाना तो पूरा मजमा झूम उठा।
यूपी के रामपुर से पहुँचे मुफ़्ती साजिद कासमी रामपुरी ने कहा कि इस्लाम धर्म मोहब्बत,अमन व शांति का पैगाम देता है।इस्लाम तलवार नहीं बल्कि एकलाख व मोहब्बत से दुनिया भर में फैला।उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम के पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के बताए सदमार्ग पर ही चलकर कामयाबी मिलेगी। मौलाना शफीक अहमद आजमी ने कहा कि फैशन के नाम पर हमारे समाज में जो फूहड़ता आई है उसे दूर करना होगा।उन्होंने कहा कि हम आधुनिकता की ओर जरूर बढ़े लेकिन हमें अपने धार्मिक व संस्कृति सभ्यता को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने हर समाज के बेटियों को सतर्क व आगाह करते हुए कहा कि प्यार का ढोंग कर अपने हवस का शिकार बनाने वाले समाज के वहसी दरिंदो से बचें।वह पाकीजा मोहब्बत का नाटक कर बेटियों की अस्मत से सिर्फ खिलवाड़ करते हैं नाकि पाकीजा मोहब्बत।पाकीजा मोहब्बत तो भाई अपने बहन से,बेटी अपने मा-बाप से,पति अपने पत्नी करते हैं।जलसे को मौलाना रहमतुल्लाह कासमी ने भी संबोधित किया।मौलाना रहमतुल्लाह के सरपरस्ती में हुए जलसे की सदारत हाफिज जाकिर ने किया जबकि संचालन मौलाना इब्राहिम ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से मुफ्ती मोहम्मद अजमत साकबी, मुफ्ती सईद क़ासमी, मौलाना वहीदुज्जमा, हाफिज इलियास अंसारी, हाफिज जहीरुद्दीन, मौलाना सद्दाम हुसैन, हाफिज फखरे आलम, मौलाना ओबैदुल्लाह, मौलाना रियाजुद्दीन, मौलाना नियाज़,मौलाना शमसुल हुदा कासमी, मोहम्मद आज़म, हैदर अली, साबिर अली, अकरम अंसारी, आफताब आलम, आंसू आदि मौजूद रहे।