मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो गया है। रविवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। अगले 4 दिन भी बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम है। भोपाल के कुछ इलाकों में सोमवार सुबह से बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विभाग ने आज सोमवार को प्रदेश के 4 जिले- अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में भी तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के बीच से गुजर रही है। इस वजह से अगले 4 से 5 दिन प्रदेश में कहीं अति भारी और कहीं भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक औसत 36.4 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन की 98 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा 37.3 इंच है यानी कोटा पूरा होने में अब 1 इंच से भी कम पानी की जरूरत है। इससे पहले रविवार को भोपाल, छतरपुर जिले के खजुराहो, उमरिया, बालाघाट जिले के मलाजखंड, बैतूल, धार, गुना, पचमढ़ी, रतलाम और उज्जैन में हल्की बारिश जारी रही। राजगढ़ जिले के सारंगपुर और नर्मदापुरम के इटारसी में भी पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन उत्तर भारत से गुजर रही है। लो प्रेशर एरिया भी एक्टिव है। ओडिशा के पास डिप्रेशन पश्चिम-उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक्टिव है। अगले 24 से 48 घंटे में यह और स्ट्रॉन्ग होगा।
अब तक भोपाल, ग्वालियर समेत 28 जिलों में सामान्य से ज्यादा यानी 96 प्रतिशत से 169 प्रतिशत तक पानी गिर चुका है। इनमें श्योपुर में सबसे ज्यादा 169 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। हालांकि, इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग पिछड़े हुए हैं। रीवा में सबसे कम 60 प्रतिशत यानी 23.3 इंच बारिश ही हुई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 48.18 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 47.87 इंच पानी गिर चुका है। श्योपुर में 45.89 इंच और डिंडौरी में 44 इंच बारिश हो चुकी है। टॉप-10 जिलों में भोपाल पांचवें नंबर पर है। यहां 43 इंच से ज्यादा बारिश हो गई है। सीधी, छिंदवाड़ा, रायसेन, सागर और राजगढ़ में भी 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।