अम्बेडकरनगर। एनटीपीसी टांडा स्थित सीआईएसएफ इकाई में भारत सरकार द्वारा मोटे अनाजों (मिलेट्स) के उपयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक विशेष पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में उप कमांडेंट श्री रगुल एम. आर. के दिशा-निर्देश में यह सुनिश्चित किया गया है कि मेस में परोसे जाने वाले भोजन में कम से कम 30 प्रतिशत मिलेट्स जैसे रागी, बाजरा, ज्वार आदि का अनिवार्य रूप से समावेश किया जाए।
इस पहल का उद्देश्य जवानों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है क्योंकि मिलेट्स न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, बल्कि शरीर को ऊर्जा देने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में भी सहायक हैं। साथ ही यह पहल स्थानीय किसानों को समर्थन देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल प्रदान करती है और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करती है क्योंकि मिलेट्स कम पानी में उगाई जाने वाली फसलें हैं। अब मेस में नियमित रूप से बाजरे की रोटी, रागी हलवा, ज्वार उपमा, मिलेट खिचड़ी जैसे व्यंजन परोसे जा रहे हैं, जिसे जवानों ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है और इससे उनके स्वास्थ्य व उत्साह में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। यह प्रयास न केवल जवानों की सेहत के लिए, बल्कि देश के पोषण सुरक्षा मिशन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।