अवधनामा संवाददाता
गरीब दुकानदारों पर आक्रोशित होकर बरसाई थीं लाठियां
सीओ लोगों को समझाते रहे, कोतवाल ने खोया आपा
ललितपुर। घण्टाघर मैदान में दुकान लगाने को लेकर गुरूवार को क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय लोगों को समझा रहे थे, तभी आवेश में आये शहर कोतवाल ने अपने सीनियर को नजर अंदाज करते हुये लोगों पर लाठियां भांज डाली। इस घटनाक्रम का वीडियो बनाकर लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस अधिकारी के इस रवैये को ठीक नहीं समझते हुये पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने शुक्रवार को शहर कोतवाल हरिशंकर चन्द को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करते हुये विभागीय जांच के आदेश जारी किये हैं।
प्रकरण को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए एक वायरल वीडियो, जिसमें कोतवाली थाना प्रभारी द्वारा शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहा पर जाम हटाने के दौरान बल प्रयोग किया गया। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने कोतवाली थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर विभागीय जांच प्रचलित कर दी गयी है। एएसपी ने यह भी बताया कि जांच के दौरान यह भी ज्ञात हुआ है कि घण्टाघर के पास पटरी दुकानदारों से वार्ता कर उन्हें बीच रोड से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर उनकी दुकानें लगवा दी गयी हैं, लेकिन कुछ लोगों द्वारा बीच रोड पर दुकान लगाने को लेकर जाम लगाया गया था। चूंकि बीच रोड पर बीच रोड पर दुकानें लगाये जाने से पूर्व में कई घटनाएं घटित हो चुकी थीं, इसलिए दुकानदारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया गया था। लेकिन कतिपय जाम हटवाने के दौरान थाना प्रभारी द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया, जो कि किसी भी तरीके से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है। इस पर पुलिस अधीक्षक ने शहर कोतवाल को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर विभागीय जांच शुरू करा दी गयी है। जांच के उपरान्त जो भी तथ्य सामने आयेंगे, उन पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
बड़े दुकानदारों के पाण्डाल भी घण्टाघर पर लगा रहे जाम, किये नजरअंदाज
त्यौहार के इस सीजन में जहां एक ओर दिए, ग्वालन, फूल-पत्ती इत्यादि बेचकर आजीविका चलाने वाले दुकानदारों ने महज चार वाई चार की जगह ही घेरी होगी, लेकिन घण्टाघर के आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकान से करीब बीस फीट आगे सड़क तक पैदल चलने वाली पटरी तक पर पाण्डाल लगाकर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है, जो कि जिम्मेवारों द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा है। इसे लेकर भी लोगों में काफी चर्चाएं व्याप्त हैं। लोग यह कहने से भी नहीं चूक रहे हैं कि अमीरों पर रहम-गरीबों पर सितम !