अवधनामा (सोनभद्र-)
हम कलमकारों का उतना ही जिम्मेदारी हैं साहेब जीतना कि पुलिस प्रशासन का जिम्मेदारी हैं बताते चलें कि स्थानिय क्षेत्र रेणुकूट में उस वक्त हडकंप मच गया जब लॉकडाउन में तैनात सिपाहियों ने पत्रकार अजीत कुशवाहा की बेरहमी से पिटाई कर दी। सूत्रों के माने तो पत्रकार अजीत कुशवाहा की दर्जी मार्केट के समीप (मगध आप्टिकल) के नाम से दुकान और उनका वर्तमान काशी न्यूज़ पेपर का कार्यालय भी है। समयानुसार शाम 6 बजे दुकान बंद करने का प्रशासन की तरफ से सभी को निर्देश दिया गया है। जिसको लेकर कुछ कथित सिपाहियों ने गस्त कर सभी को दुकान बंद करवाने को लेकर प्रेरित करना शुरू किया, जब पिड़ीत पत्रकार की दुकान पहुंचे दुकान बंद करने को कहां तो उसी में सिपाहियों व पिड़ीत के बीच तूं-तूं मै-मै हो गया और सिपाहियों ने अपने साथियों सहित पीड़ित पत्रकार के उपर अपने डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे पीड़ित पत्रकार बुरी तरह से घायल हो गये जब काफी भीड़ इक्कठा होने लगी तो कुछ सिपाही जनता को भी लाठी-डंडे के बल पर भगाया गया, सूचना पाते ही थाना प्रभारी अभय नारायण तिवारी व चौकी इंचार्ज गिरधारी सिंह ने वहां पहुँच कर बीच-बचाव करते हुए पीड़ित पत्रकार को अपनी ही गाड़ी से हॉस्पिटल लेे गए जहां उनका इलाज होने के बाद मेडिकल जाँच हेतु भेज दिया गया। इस मामले से स्थानिय लोगो सहित कलमकारों ने इसकी नींदा की और सिपाहियों पर उचित कार्यवाही की मांग की। वही क्षेत्राधिकारी पिपरी ने पत्रकारों के संघ बैठक कर उचित कार्यवाही करते हुए तीन कांस्टेबल सूरज, अखिलेश, आदित्य को सस्पेंड कर तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए उचित न्याय का आश्वाशन दिया।
वही मेडिकल के दौरान जब अजित कुशवाहा से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि हम 6बजे दुकान बंद करके पहले थाना प्रभारी का मार्केट निरीक्षक के दौरान पहले न्यूज कवरेज किया फिर उसके बाद अपने दुकान का सटर उठाये केवल एक बोतल पानी निकलने के लिए उसी दौरान कुछ कांस्टेबल द्वारा दुकान पर पहुँच कर अशब्द भाषाओं गन्दी-गन्दी गालियों का प्रयोग किया गया जबकि थाना प्रभारी के सामने दुकान बंद था और वह भी देख रहे थे कि पानी लेने के लिए दुकान का सटर आधा ही उठाया गया था। लेकिन अब के समय कुछ कांस्टेबलो को लगता हैं कि थानाध्यक्ष से बड़ा अधिकार मेरा हैं वह भूल जाते हैं कीमत और अपनी पोस्ट और हीरो बनने के लिए अपना अशब्द भाषाओं का इस्तेमाल कर लोगो को डराया और मारा जाता हैं।
जब इसकी सूचना हिन्दुवाहिनी के जिला उपाध्यक्ष राकेश उपाध्याय को मिली तो उन्होंने घोरनिन्दा करते हुए बताया कि अगर एक कलमकार के ऊपर इस तरह का घटना घटी हैं तो यह बहुत ही गलत हो रहा है और हमारे वर्तमान सरकार भाजपा में हमारे योगी महाराज का भी अपना एक हिन्दु युवावाहिनी संगठन जो इस संगठन में गलत करता दोषी पाया गया तो उसको कहि से बख्शा नही जाएगा चाहे वह पुलिस प्रशासन या हम खुद ही क्यों न हो दोषियों को उसकी सजा मिलेगी अगर नही मिला तो इस घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास यह खबर पहुँचाकर इससे जुड़े सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जायेगी।।
हम कलमकारों का उतना ही जिम्मेदारी हैं साहेब जीतना कि पुलिस प्रशासन का जिम्मेदारी हैं बताते चलें कि स्थानिय क्षेत्र रेणुकूट में उस वक्त हडकंप मच गया जब लॉकडाउन में तैनात सिपाहियों ने पत्रकार अजीत कुशवाहा की बेरहमी से पिटाई कर दी। सूत्रों के माने तो पत्रकार अजीत कुशवाहा की दर्जी मार्केट के समीप (मगध आप्टिकल) के नाम से दुकान और उनका वर्तमान काशी न्यूज़ पेपर का कार्यालय भी है। समयानुसार शाम 6 बजे दुकान बंद करने का प्रशासन की तरफ से सभी को निर्देश दिया गया है। जिसको लेकर कुछ कथित सिपाहियों ने गस्त कर सभी को दुकान बंद करवाने को लेकर प्रेरित करना शुरू किया, जब पिड़ीत पत्रकार की दुकान पहुंचे दुकान बंद करने को कहां तो उसी में सिपाहियों व पिड़ीत के बीच तूं-तूं मै-मै हो गया और सिपाहियों ने अपने साथियों सहित पीड़ित पत्रकार के उपर अपने डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे पीड़ित पत्रकार बुरी तरह से घायल हो गये जब काफी भीड़ इक्कठा होने लगी तो कुछ सिपाही जनता को भी लाठी-डंडे के बल पर भगाया गया, सूचना पाते ही थाना प्रभारी अभय नारायण तिवारी व चौकी इंचार्ज गिरधारी सिंह ने वहां पहुँच कर बीच-बचाव करते हुए पीड़ित पत्रकार को अपनी ही गाड़ी से हॉस्पिटल लेे गए जहां उनका इलाज होने के बाद मेडिकल जाँच हेतु भेज दिया गया। इस मामले से स्थानिय लोगो सहित कलमकारों ने इसकी नींदा की और सिपाहियों पर उचित कार्यवाही की मांग की। वही क्षेत्राधिकारी पिपरी ने पत्रकारों के संघ बैठक कर उचित कार्यवाही करते हुए तीन कांस्टेबल सूरज, अखिलेश, आदित्य को सस्पेंड कर तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए उचित न्याय का आश्वाशन दिया।
वही मेडिकल के दौरान जब अजित कुशवाहा से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि हम 6बजे दुकान बंद करके पहले थाना प्रभारी का मार्केट निरीक्षक के दौरान पहले न्यूज कवरेज किया फिर उसके बाद अपने दुकान का सटर उठाये केवल एक बोतल पानी निकलने के लिए उसी दौरान कुछ कांस्टेबल द्वारा दुकान पर पहुँच कर अशब्द भाषाओं गन्दी-गन्दी गालियों का प्रयोग किया गया जबकि थाना प्रभारी के सामने दुकान बंद था और वह भी देख रहे थे कि पानी लेने के लिए दुकान का सटर आधा ही उठाया गया था। लेकिन अब के समय कुछ कांस्टेबलो को लगता हैं कि थानाध्यक्ष से बड़ा अधिकार मेरा हैं वह भूल जाते हैं कीमत और अपनी पोस्ट और हीरो बनने के लिए अपना अशब्द भाषाओं का इस्तेमाल कर लोगो को डराया और मारा जाता हैं।
जब इसकी सूचना हिन्दुवाहिनी के जिला उपाध्यक्ष राकेश उपाध्याय को मिली तो उन्होंने घोरनिन्दा करते हुए बताया कि अगर एक कलमकार के ऊपर इस तरह का घटना घटी हैं तो यह बहुत ही गलत हो रहा है और हमारे वर्तमान सरकार भाजपा में हमारे योगी महाराज का भी अपना एक हिन्दु युवावाहिनी संगठन जो इस संगठन में गलत करता दोषी पाया गया तो उसको कहि से बख्शा नही जाएगा चाहे वह पुलिस प्रशासन या हम खुद ही क्यों न हो दोषियों को उसकी सजा मिलेगी अगर नही मिला तो इस घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास यह खबर पहुँचाकर इससे जुड़े सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जायेगी।।
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