Wednesday, March 19, 2025
spot_img
HomeMarqueeकुछ लोग बीबीसी को सुप्रीम कोर्ट से भी मानते हैं ऊपर: रिजिजू

कुछ लोग बीबीसी को सुप्रीम कोर्ट से भी मानते हैं ऊपर: रिजिजू

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) की डॉक्यूमेंट्री पर इन दिनों देश में खूब बवाल मचा हुआ है। अब इसको लेकर भारत के बाहर व अंदर चल रहे दुर्भावनापूर्ण अभियानों पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग बीबीसी को देश की सुप्रीम कोर्ट से ऊपर मानते हैं।
देश की गरिमा को गिराने का काम
रिजिजू ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि भारत में कुछ लोग अभी भी औपनिवेशिक नशा से दूर नहीं हुए हैं। वे लोग बीबीसी को भारत के उच्चतम न्यायालय से ऊपर मानते हैं। उन्होंने कहा कि अपने नैतिक आकाओं को खुश करने के लिए वे किसी भी हद तक देश की गरिमा व छवि को गिरा देते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक सहित हर समुदाय देश में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी हैं देश के 1.4 अरब लोगों की आवाज
भारत की छवि को देश के अंदर या बाहर चल रहे दुर्भावनापूर्ण अभियानों से अपमानित नहीं किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की आवाज 1.4 अरब भारतीयों की आवाज है। वहीं, रिजिजू ने अपनी ट्वीट में टुकड़े टुकड़े गैंग को भी अपना निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इस गैंग के सदस्यों से कोई बेहतर उम्मीद नहीं है, जिनका एकमात्र लक्ष्य भारत की ताकत को कमजोर करना है।
रॉ के पूर्व प्रमुख ने डॉक्यूमेंट्री को बताया पक्षपाती
इससे पहले, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख संजीव त्रिपाठी ने पीएम मोदी पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को पक्षपाती और तथ्यात्मक त्रुटियों से भरा हुआ बताया था।उन्होंने कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री की सभी को निंदा करनी चाहिए। मीडिया से बात करते हुए त्रिपाठी ने डॉक्यूमेंट्री के पीछे बीबीसी की मंशा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट्री में 2002 के गुजरात दंगों व गोधरा ट्रेन जलाने की घटना को दिखाया गया है।
300 से अधिक लोगों ने की डॉक्यूमेंट्री की निंदा
सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिन पहले ही इस मामले में पीएम मोदी को क्लीन चिट दी थी। वहीं, बीबीसी की डॉक्युमेंट्री को लेकर सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, नौकरशाहों और सशस्त्र बलों के दिग्गजों सहित 300 से अधिक प्रतिष्ठित भारतीयों ने ब्रिटिश प्रसारक की निंदा की है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular