शहीद के उधम सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि
बांदा। जलियांवाला बाग कांड को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दिन अंग्रेजों ने बड़ी बेरहमी से एक बाग में उपस्थित हुए लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। अंग्रेजों ने रालेट एक्ट के तहत कांग्रेस के सत्यपाल और सैफुद्दीन किचलू को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके विरोध में ये लोग पंजाब के अमृतसर में जलियांवाला बाग में प्रदर्शन कर रहे थे डायर के इशारे पर किए गए इस नरसंहार की आज भी लोग आलोचना करते हैं। ये कांड इतना भयानक था कि जब भी इसके बारे में बात होती है, शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जनरल डायर ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर दनादन गोलियां चलवा दी थीं और बाग का गेट बंद कर दिया था। लोग बाग से बाहर नहीं निकल पाए, कुछ लोगों ने कुएं में कूदकर अपनी जान बचाई तो कुछ लोग दीवारें फांदकर अपनी जान बचाने लगे। जनरल डायर की इस हरकत पर स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह इतना गुस्सा हुए कि उन्होंने डायर को जान से मारने का मन बना लिया था और 21 साल बाद अपना बदला पूरा किया था। इस मौके पर शालिनी सिंह पटेल, शिवानी सिंह गौतम, दिनेश सिंह, राममिलन वर्मा, कृपाल यादव, रविन्द्र कुमार भारती, श्यामबाबू त्रिपाठी, सीताराम फौजी, चुन्नी देवी, मजदूर यूनियन अधयक्ष, राजकुमारी वर्मा, रनों देवी, रोशनी देवी, आदि लोग मौजूद रहे।