अवधनामा संवाददाता
अयोध्या । निवासी प्रवासी भारतीय विवेक तिवारी ने अपनी बिटिया का पहला जन्मदिन दुबई से आकर अयोध्या स्थित श्रवण कुंज वृद्धाश्रम में माताओं के बीच मनाया. सभी माताओं को गर्म वस्त्र, मिठाई उपहार वितरित किया, अपने बीच परिवार को पाकर माताओं के खुशी का ठिकाना नहीं था कोई बच्चों को गले लगाकर रोने लगी तो किसी को अपने नाती पोते याद आने लगे. गोंडा निवासी राजपति का एकलौता बेटा ऑस्ट्रेलिया में है एक साल से फोन पर भी बात नहीं हुई फिर माँ का हृदय हमार भइया क्य पैसा फसा बा ,जहाज बंद बा नाहीं तो आई जाते अबही तक कहते कहते लिपट कर रोने लगती है. इस आधुनिक युग में जहां तकनीक ने इतना विकास कर लिया वही मानवीय संवेदना दिन प्रति दिन क्षीण होती जा रही है. महाराष्ट्र से आ कर रह रही 84 वर्षीय माँ ने चल उड़ जा रहे पंछी अब ये देश हुआ बेगाना गा कर सब को रुला दिया .आश्रम की संचालिका नीलम ने बताया आए दिन फोन आते है मेरी माँ को अपने यहां रख लो जितना पैसा लगेगा मैं दूँगा एक माँ चार बच्चों को पाल दिया चार बच्चों मिलकर एक माँ को नहीं पाल पा रहे है. विवेक तिवारी ने कहा
माँ बाप को हमने भगवान का दर्जा दिया है वो भगवान जिनके हम रोज साक्षात दर्शन कर सकते है वो जो भगवान से भी बढ़कर बोल दे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगीमाँ बाप की अगर कोई सच्ची कीमत जानता तो इस दुनिया मे वृद्धाश्रम ही न हो।
याद रखिये माँ बाप के साथ आप जो कर रहे है कल को आपकी संतान भी यही करेगी तब आपको भी पश्चाताप होगा। इस पुण्य कार्य के सहभागी बने शिवम ,आशिका, दिव्या, दिवित ,दिविशा तिवारी.मौजूद रही।